झंझट टाइम्स के खबर का असर: आखिरकार जांच दायरे में आए डाॅ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅ. आर. सी. श्रीवास्तव

समस्तीपुर/पूसा::-  झंझट टाइम्स के खबर का असर इतना हुआ कि आखिरकार जांच दायरे में आ ही गए डाॅ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डाॅ. आर. सी. श्रीवास्तव। डाॅ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में हुई 18 वीं प्रबंध बोर्ड की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कुलपति डाॅ. कृष्ण कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में सदस्यों ने पूर्व कुलपति डाॅ. आर. सी. श्रीवास्तव के कार्यकाल में हुई वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितता की जांच पर भी चर्चा की गई। अतिरिक्त सचिव डेयर ने कहा कि राष्ट्रपति द्वारा जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। उसके बाद कोई भी जांच समिति की जरूरत नहीं है। सभी सदस्यों की इस पर सहमति बनी कि राष्ट्रपति द्वारा गठित टीम के द्वारा पूर्व कुलपति के कार्यकाल की जांच की जाएगी।

वहीं अब विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए पांच वर्ष के कार्यकाल के अध्ययन अवकाश को घटाकर तीन वर्ष कर दिया गया है। विश्वविद्यालय में हुई पदोन्नति में बड़े पैमाने पर अनियमितता की शिकायत मिली है। अब विश्वविद्यालय में नई मूल्यांकन समिति बनाकर पदोन्नति की जाएगी। वहीं विश्वविद्यालय में 21 मई को सड़क दुर्घटना में मृत छात्र अखिल साहू के स्वजनों को विश्वविद्यालय की तरफ से आर्थिक सहायता राशि देने पर भी प्रबंध बोर्ड में सहमति बनी। इस संबंध में महाविद्यालय अपना कार्य कर रहा है। यूडीसी के सहायक लिपिक में पदोन्नति के लिए अब स्नातक की योग्यता होना जरूरी नहीं है। एचओडी का पद तीन वर्ष का चक्रीय आधार पर अब विश्वविद्यालय में होगा। 13 शिक्षकों की प्रोबेशन कार्य समाप्ति के बाद नियुक्ति कंफर्म किया गया है। संगठन बनाने पर भी निर्णय लिया गया। वरीय अकाउंटेंट क्लर्क को जूनियर बनाने के एजेंडा को रद्द कर दिया गया है। उद्यान विश्वविद्यालय पूसा, ढ़ोली, बिरौली के अलावा केला अनुसंधान केंद्र गोरौल, पंडित दीनदयाल उपाध्याय महाविद्यालय (पिपराकोठी) मोतिहारी एवं वानिकी महाविद्यालय समेत सभी महाविद्यालयों एवं संस्थानों के एक ही डीन होंगे। उन्हीं के अंदर यह सभी महाविद्यालय एवं संस्थान कार्य करेंगे। कुलपति का सचिव प्रतिनियुक्ति के आधार पर किया जाएगा। बैठक में प्रबंध बोर्ड के सदस्य सहित निदेशक, अधिष्ठाता, कुलसचिव सहित अन्य मौजूद रहे।

संपादिकृत ठाकुर वरुण कुमार 

Related Articles

Back to top button