इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने जयपुर एयरपोर्ट से दो और नेपाली महिलाओं को इस्लामिक देश में तस्करी का शिकार होने बचाया गया

इंस्पेक्टर मनोज शर्मा ने जयपुर एयरपोर्ट से दो और नेपाली महिलाओं को इस्लामिक देश में तस्करी का शिकार होने बचाया गया
जेटी न्यूज डी एन कुशवाहा

रक्सौल पूर्वी चंपारण- कलियुग में इतना लोभ लालच एवं भ्रष्टाचार चरमोत्कर्ष पर है कि कुछ लोग अपना निजी स्वार्थ सिद्ध करने के लिए नेपाल के भोली भाली लड़कियों महिलाओं को दलाल के हाथों सौंप देते हैं। जिन्हें इंडिया एवं विदेश में ले जाकर बंधुआ मजदूर बनाकर उनके साथ काम करवाया जाता है। कहीं-कहीं तो वेश्यालयों में भी बेच दिया जाता है। ऐसे ही एक ज्वलंत मामला प्रकाश में आया है। एजेंटो के द्वारा जिला चित्वन (नेपाल) की एक महिला को 11.12.2022 की सुबह 9:40 वाली फ्लाईट SG57 से जयपुर एयरपोर्ट (टेर्मिनल-2) से दुबई ले जाने की तैयारी थी। ये संयोग था कि महिला तस्करों के चंगुल में फंसे उक्त नेपाली महिलाओं ने बहुत मुश्किल से अपने परिवार के लोगों से व्हाट्सएप पर रोते हुए कहा कि मुझे बचा लो, मैं फंस गयी हूँ, मुझे धमका कर विदेश ले जाया जा रहा है। मुझे हिंदी नहीं आती और यहाँ भारत में सहायता कहां मांगू पता नहीं है। उक्त सूचना मिलते ही महिला के परिवार वालों ने रक्सौल एसएसबी के जांबाज इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा के पास वाहट्सएप पर सम्पर्क किया और इस महिला को रेस्क्यू करने के लिए सहायता मांगी। इस सूचना के बाद इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने तुरंत जयपुर पुलिस, एयरपोर्ट पर तैनात सी.आई.एस.एफ, दिल्ली में नेपाल एम्बेसी और मिशन फाउंडेशन एन.जी.ओ से सम्पर्क किया। इसके साथ ही महिला से सम्बंधित जैसे महिला का फोटो, वीज़ा, एयर टिकट, पासपोर्ट कौपी इत्यादि को शेयर किया

तीन अधिकारी एसएसपी उमा चतुर्वेदी डाइरेक्टर वीरेंद्र सिंह और इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने जयपुर के उन उच्च अधिकारियों से फोन द्वारा सम्पर्क किया जो त्वरित कार्यवाही में सहायक हो सकते थे, अन्यथा महिलाओं का रेस्क्यू होना संभव नही था। जबकि उस समय इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा लखनऊ में तथा दिल्ली में एसएसपी उमा चतुर्वेदी, डाइरेक्टर वीरेंद्र सिंह थे । इसके पश्चात दिनांक 11.12.2022 की प्रात: 7 बजे फिर से इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा ने संर्पक किया तथा महिला की संभावित लोकेशन की जानकारी दी। कुछ ही समय में सीआईएसएफ विजिलेंस और जयपुर पुलिस द्वारा महिला को एक और नेपाली महिला के साथ रोक कर रेस्क्यू कर लिया गया।
श्री शर्मा द्वारा महिलाओं के परिवारों को जयपुर पुलिस व शेल्टर होम से संपर्क कराकर अग्रिम प्रक्रिया चल रही है।
ज्ञात हो कि नेपाल में बहुत सारे ऐजेंट काम कर रहे हैं, जो नेपाली लड़कियों की तस्करी इस्लामिक देशों में कर रहे हैं। ऐसी लाखों नेपाली लड़कियां/महिलाओं को सऊदी अरब, कतर, ओमान जैसे इस्लामिक देशों में एजेंटों द्वारा भेज दिया जाता है। जहां उनके साथ कैसी अमानवीय व्यवहार एवं बर्बरता होती है, ये किसी से छुपा नहीं है। इस सम्पूर्ण ऑप्रेशन में मुख्य भूमिका में रहे मा.त.रो.ई क्षे.मु.(AHTU) रक्सौल के इंस्पेक्टर मनोज कुमार शर्मा, नेपाल एंबेसी के एसएसपी उमा चतुर्वेदी, मिशन मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र सिंह, सीआईएसएफ दिल्ली कंट्रोल रूम से इंस्पेक्टर दिनेश एवं इंस्पेक्टर वाई के मीना, जयपुर पुलिस से इंस्पेक्टर दिग्पाल इत्यादि।

Related Articles

Back to top button