विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा स्थापित अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केन्द्र हेतु नामांकन प्रारंभ

विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा स्थापित अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केन्द्र हेतु नामांकन प्रारंभ

अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केन्द्र के कोर्स में कोई भी 10वीं पास, कहीं के भी किसी भी उम्र के व्यक्ति लें सकते हैं नामांकन
जे टी न्यूज

दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा गत वर्ष स्थापित “अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण केन्द्र” में शैक्षणिक वर्ष 2023- 24 में ऑनलाइन नामांकन प्रारंभ हुआ है। आज विश्वविद्यालय संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो की अध्यक्षता में शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मियों, शोधार्थियों एवं छात्र- छात्राओं की बैठक हुई, जिसमें अनौपचारिक संस्कृत शिक्षण के केन्द्राधिकारी डा आर एन चौरसिया, संस्कृत- प्राध्यापिका डा ममता स्नेही, संस्कृत- प्रशिक्षक अमित कुमार झा, जेआरएफ- सदानंद विश्वास व रीतु कुमारी, शोधार्थी सोनाली मंडल, आईटी सेल के इ मुकुंद माधव, नारायण चौधरी, शिवम सिंह, रागिनी कुमारी, नीतू कुमारी, सीमा कुमारी, अभय कुमार, संदीप ठाकुर, आकाश कुमार, मंजू अकेला तथा योगेन्द्र पासवान आदि उपस्थित थे।
संस्कृत विभागाध्यक्ष डा घनश्याम महतो ने बताया कि मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के आदेश से गत वर्ष यह केन्द्र प्रारंभ हुआ था, जिसमें 51 व्यक्तियों ने ऑनलाइन नामांकन लिया था। कोर्स की आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में सभी व्यक्ति अच्छे अंकों से पास किए हैं। शीघ्र ही उनके प्रमाण पत्र इस केन्द्र को प्राप्त हो जाएंगे। विश्वविद्यालय द्वारा चालू सत्र में नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है। उन्होंने कहा कि इस केन्द्र का मूल उद्देश्य संस्कृत का प्रचार- प्रसार करना है, जिसका पूर्ण वित्तीय भार वहन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा किया जाता है। विभागाध्यक्ष ने बताया कि इस कोर्स में विश्वविद्यालय के कई प्रतिष्ठित व्यक्ति भी नामांकन के इच्छुक हैं। संस्कृत के प्रशिक्षक अमित कुमार झा बहुत अच्छे ढंग से संस्कृत सीखते हैं।
केन्द्राधिकारी डा आर एन चौरसिया ने कहा कि इस केन्द्र के सर्टिफिकेट कोर्स में कोई भी दसवीं कक्षा पास व्यक्ति तथा डिप्लोमा कोर्स में सर्टिफिकेट कोर्स पास व्यक्ति ₹1200 शुल्क के साथ ऑनलाइन नामांकन ले सकते हैं। दोनों कोर्सों में सभी नामांकित व्यक्तियों को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा तैयार ₹2000 मूल्य की 5 उच्च स्तरीय किताबें नि:शुल्क प्रदान की जाती है। डा चौरसिया ने बताया कि इस कोर्स में किसी भी क्षेत्र के, किसी भी उम्र के, कभी संस्कृत नहीं पढ़ने वाले कोई भी व्यक्ति नामांकन लेकर संस्कृत में संभाषण तथा संस्कृत भाषा- साहित्य का ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। चालू वर्ष में इस कोर्स हेतु कम से कम एक सौ व्यक्तियों के नामांकन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि कोर्स में चित्रों, संकेतों, प्रश्नोत्तरों, प्रतियोगिताओं तथा वार्तालापों आदि के द्वारा सरलतम तरीकों से संस्कृत संभाषण एवं व्याकरण भी सिखाए जाते हैं।
संस्कृत- प्रशिक्षक अमित कुमार झा ने बताया कि केन्द्र का उद्देश्य सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा कोर्सों के संचालन के साथ ही संस्कृत के प्रचार- प्रसार का भी कार्य करना है। सभी नामांकित व्यक्तियों के वर्ग विश्वविद्यालय के पीजी संस्कृत विभाग में अपराह्ण 3:00 से 4:30 बजे के बीच ऑफलाइन मोड में तथा संध्या 7 से 8 बजे के बीच ऑनलाइन मोड में संचालित होंगे। सत्र के अंत में विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ऑनलाइन परीक्षा में उत्तीर्णोपरांत सभी व्यक्तियों को केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है। नामांकन हेतु विश्वविद्यालय का साइट www.sanskrit.nic.in को खोलते हुए https :// sanskritnfse.samarth.edu.in/ओपन कर नामांकन लेकर ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग केन्द्र को अवश्य सूचित करें।
अमित झा ने कहा कि नामांकन के इच्छुक किसी भी विषय के छात्र- छात्राएं, शोधार्थी, शिक्षक, कर्मचारी, नौकरी करने वाले, अवकाश प्राप्त अथवा अन्य कोई भी व्यक्ति विश्वविद्यालय संस्कृत विभाग में 10:30 से 4:30 बजे के बीच आकर अथवा संस्कृत- प्रशिक्षक अमित कुमार झा से 6005312770 या केन्द्राधिकारी डा आर एन चौरसिया से 99054 37636 पर बात कर सकते हैं।
विभागीय प्राध्यापिका डा ममता सनेही ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि अनौपचारिक रूप से कभी संस्कृत नहीं पढ़ने वाले व्यक्ति भी नामांकन लेकर लाभ उठा सकते हैं। यह नौकरी प्राप्ति में भी मददगार होगा। जो व्यक्ति पूर्व में सर्टिफिकेट कोर्स किए हैं, वे इसके डिप्लोमा कोर्स में जरूर नामांकन ले लें। डा ममता ने कहा कि यह कोर्स केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की छात्रोपयोगी है, जिसमें घरेलू महिलाएं भी नामांकन लेकर लाभ उठा सकती हैं।

Related Articles

Back to top button