-सिस्टम में सुधार व संसाधनों की उपलब्धता से छात्रों की उपस्थिति में हुई गुणात्मक वृद्धि: डॉ भोला चौरसिया

उच्च शिक्षा के क्षेत्र में रामनिरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय ने बनाई विशिष्ट पहचान, टाॅप फाइव में हुआ शामिल

-सिस्टम में सुधार व संसाधनों की उपलब्धता से छात्रों की उपस्थिति में हुई गुणात्मक वृद्धि: डॉ भोला चौरसिया

समस्तीपुर: :-सिस्टम में सुधार तथा संसाधनों की उपलब्धता से शहर के रामनिरीक्षण आत्माराम महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हुई है और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में इस महाविद्यालय ने अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में सफलता हासिल की है। उक्त बातें कालेज के प्राचार्य डॉ भोला प्रसाद चौरसिया ने संवाददाता सम्मेलन में गुरुवार को कही।

उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में शिक्षकों की कमी दूर की गई है और पुस्तकालय, प्रयोगशाला एवं खेल कूद के उपकरण व उपस्कर समेत सभी संसाधन से सुसज्जित किया गया है, जिससे न केवल नियमित पठन-पाठन का कार्य हो रहा है, बल्कि छात्र-छात्राओं का आकर्षण बढ़ रहा है, जिससे उपस्थिति में काफी वृद्धि हुई है। साथ ही महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद, राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ी गतिविधियों को नियमित रूप से आयोजित किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि खेलकूद तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के सामाजिक गतिविधियों एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कॉलेज के छात्र छात्राओं ने विशिष्ट पहचान बनाई है, जिससे इस जिले और कॉलेज का गौरव बढ़ा है ।

उन्होंने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय की इकाई के रूप में इस महाविद्यालय के सिस्टम में सुधार व संसाधनों की उपलब्धता सबसे बड़ी समस्या थी, जिसे वर्तमान कुलपति के मार्गदर्शन में दूर की गई है।

महाविद्यालय को सुसज्जित करने के लिए पांच खंडों में भवन का निर्माण कराया गया है, जिसमें शौचालय, व्याख्यान कक्ष, पुस्तकालय समेत सभी विषयों के लिए प्रयोगशाला को सुसज्जित किया गया है ।

उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्राकृतिक दृष्टिकोण से पूरे कालेज परिसर को हरा भरा बनाने के लिए व्यापक स्तर पर पौधारोपण निरंतर जारी है, जिससे परिसर का स्वरूप पूरी तरह बदला बदला नजर आ रहा है ।

महाविद्यालय में विद्युत का उपयोग करने के लिए सौर ऊर्जा से संचालित यंत्र लगाए गए हैं, जिससे प्रकृति का दोहन किया जा रहा है और बिजली की खपत को कम किया गया है ।

समस्तीपुर रेलवे स्टेशन से तीन किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस महाविद्यालय को देश व दुनिया के शिक्षण संस्थानों में हो रहे बदलाव के अनुरूप परिवर्तित करने का हर संभव प्रयास निरंतर जारी है और आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित करने की दृष्टिकोण से महाविद्यालय में वाई फाई की निःशुल्क सुविधा छात्र-छात्राओं तथा शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि सेमिनार हॉल, मॉडर्न क्लासरूम, कंप्यूटर प्रयोगशाला तथा प्रशासनिक भवन का निर्माण हाल ही में कराया गया है, जिसका उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एस के सिंह के द्वारा किया गया है। कालेज को आकर्षक रूप देने के लिए मुख्य द्वार का भव्य व आकर्षक रूप से निर्माण भी करा लिया गया है। कबड्डी समेत कई खेल-कूद प्रतियोगिताओं में महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय तथा अंतर विश्वविद्यालय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर महाविद्यालय का गौरव बढ़ाया है। उन्होंने बताया कि खेलकूद की गतिविधियों को संचालित करने के लिए खेल मैदान का आधुनिक ढंग से निर्माण कराया गया है, जिसमें रनिंग ट्रेक, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल तथा अन्य आंतरिक खेलकूद की गतिविधियों को आयोजित किया जा रहा है।

प्राचार्य ने बताया कि राज्य के टॉप फाइव महाविद्यालयों में इसका नाम शामिल हुआ है । उन्होंने कहा कि महाविद्यालय ने आशा पंचायत के पांच गांव को गोद लिया है, जिसमें नागरबस्ती, महाराजगंज, नूरसराय एवं डैनीमन शामिल है, जिसके विकास के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है।

उन्नत भारत अभियान के प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर डॉ सुरेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में इन गांवों में ग्राम सभा आयोजित कर विकास के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। साथ ही प्लास्टिक मुक्त, वर्षा जल संचयन, स्वयं सहायता समूह का गठन जैसे कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्व वित्त पोषित योजना के तहत रोजगार परक शिक्षा की व्यवस्था भी कॉलेज में शुरू की गई है, जिसमें भूमि सर्वेक्षण, महिला विकास, बायो टेक्नोलॉजी तथा तकनीक से जुड़े कई पाठ्यक्रमों में पठन-पाठन शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि गणित विषय में ऑनर्स की पढ़ाई शुरू करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से अनुरोध किया गया है।

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