* सीएए,एनआरसी, एनपीआर एवं गरीब उखाड़ अभियान के खिलाफ ऐतिहासिक रहा मानवश्रृंखला- प्रो० उमेश कुमार

* सीएए,एनआरसी, एनपीआर एवं गरीब उखाड़ अभियान के खिलाफ ऐतिहासिक रहा मानवश्रृंखला- प्रो० उमेश कुमार
* नागरिकता कानून विरोधी मानवश्रृंखला के समक्ष नीमो को मानवश्रृंखला कहीं भी नहीं टिकता – माले
* बड़ी संख्या में आमजनों ने भाग लेकर श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाया- बंदना सिंह
समस्तीपुर 25 जनवर’20
सीएए, एनआरसी, एनपीआर एवं गरीब उजाड़ो नीमो के अभियान के खिलाफ शनिवार को भाकपा माले, माकपा, भाकपा द्वारा घोषित एवं हम, वीआईपी समेत अन्य वाम- जनवादी दलों द्वारा समर्थित मानवश्रृंखला मुख्यालय में सफल रहा। आमजन खासकर छात्र, छात्रा,महिला, गरीब, दलित एवं अक्रिय समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर मानवश्रृंखला को ऐतिहासिक बना दिया।

मुख्यालय के सर्किट हाउस से मुख्य बाजार से आगे तक बने मानवश्रृंखला में झंडे, बैनर, फेसटून, कार्डबोर्ड अपने- अपने हाथों में लेकर भाकपा माले, माकपा, भाकपा, खेग्रामस, ऐपवा, किसान महासभा,एक्टू आदि के कार्यकर्ता गगनभेदी नारे लगाकर लोगों को आकर्षित करते दिखे जा रहे थे। भाकपा माले के जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार, फूल बाबू सिंह, अमित कुमार, जीबछ पासवान, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, माकपा जिला सचिव राजाश्रय महतो, अजय कुमार, सत्यनारायण सिंह, रामसागर पासवान, रधुनाथ राय, भाकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह मुन्ना, प्रयाग चंद मुखिया, शत्रुधन राय, प्रो० शील कुमार राय, बंदना सिंह, बेजुबान रहमान फैज, बैजनाथ ठाकुर समेत अन्य दर्जनों नेता श्रृंखला का नेतृत्व किया।

श्रृंखला के दौरान सुरेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में युवाओं की टीम द्वारा डफली के थाप पर लगाए जा रहे नारे राहगीरों को रूककर सुनने को मजबूर करते दिख रहे थे।
श्रृंखला के दौरान वाहन नहीं के बराबर चल रहे थे। इस दौरान कई कार्यकर्ता वाहन को निकलने में सहायता कर रहे थे। एंबूलेंस, स्कूल बस, दूध टैंकर समेत अन्य इमरजेंसी गाड़ी निर्बाध चलते दिखे।
श्रृंखला में बड़ी संख्या में दलित, गरीब, अख्लियत,छात्र, नौजवान, महिलाएं शिरकत की। श्रृंखला के दौरान पुलिस व्यवस्था चुस्त दिखाई दे रहा था। कई वरीय अधिकारी सक्रिय दिखाई दे रहे थे।
इस ऐतिहासिक श्रृंखला के लिए माले जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार, माकपा जिला सचिव राजाश्रय महतो, भाकपा जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह मुन्ना ने जिलावासियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया।

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