सामूहिक प्रयास से ही भारत 2047 तक शुमार हो सकता है विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में:- उप-परीक्षा नियंत्रक, डॉ. मनोज कुमार

सामूहिक प्रयास से ही भारत 2047 तक शुमार हो सकता है विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में:- उप-परीक्षा नियंत्रक, डॉ. मनोज कुमार

2047 तक विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिये आगे आएं युवा वर्ग:- प्रो. मुकुल बिहारी वर्मा

2047 तक विकसित भारत बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री का यह कदम साबित होगा क्रांतिकारी:- रघुवीर कुमार रंजन

 

जे टी न्यूज़ ,लनामिवि दरभंगा:- विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग में विभाग के वरीय शिक्षक प्रो. मुकुल बिहारी वर्मा की अध्यक्षता में पीएम मोदी द्वारा जारी कैंपेन के कार्यक्रम का लाइव प्रसारण हुआ। प्रसारणोपरांत छात्र-छात्राओं व शोधार्थियों को संबोधित करते हुए मिथिला विश्वविद्यालय के उप-परीक्षा नियंत्रक (तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा) सह विभाग के युवा प्राध्यापक डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र दामोदर दास मोदी साहब का उद्बोधन से हमें काफी प्रेरणा मिली है। प्रातःकाल से ही हम सब प्रधानमंत्री जी के उद्बोधन को सुनने के लिये उत्साहित थे। प्रधानमंत्री जी ने देश के नाम जो संबोधन किया है उसमें उन्होंने सबों को 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्रों की श्रेणी में शुमार करने के लिये अपना योगदान देने के लिये प्रेरित किया है। अर्थशास्त्र हमें यह सिखाता है कि किसी भी राष्ट्र के एक भी व्यक्ति को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है क्योंकि प्रति व्यक्ति आय से लेकर राष्ट्र के समृद्धि में वजीर से लेकर प्यादा तक प्रत्येक व्यक्ति का आय और योगदान जुड़ता है। इसीलिए अर्थशास्त्री का सोच व्यापक होता है और सदैव वो सबों को समाहित करते हैं और राजनीति विज्ञान सदैव नीति को भ्रष्टाचार मुक्त लागू करने का आह्वान करता है। इसीलिए मेरा आप सबों से यह आह्वान है कि भारत तभी विकसित राष्ट्रों की सूची में शामिल होगा जब आप जिस क्षेत्र में हैं उसी क्षेत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें और आसपास के लोगों को भी इसके लिये प्रेरित करें। जब हमारे प्रधानमंत्री जी ने अपने व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद सदैव देश हित में प्रेरित करते हैं तो आईये हम सब मिलकर देश को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिये सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिये आज से ही शपथ लेते हैं।

 

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्रो. मुकुल बिहारी वर्मा ने कहा कि यह जवाबदेही प्रधानमंत्री जी के साथ-साथ बल्कि हम सबों की है कि विकसित राष्ट्र के निर्माण के लिये युवा वर्ग आगे आये। हम सब तो सौभाग्यशाली हैं कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युग पुरुष की भूमिका में हैं और वैश्विक मानचित्र पर अपना छाप छोड़ रहे हैं। आज विश्व का हर देश उनका लोहा मान रहा है तो हम नागरिकों को तो यह चाहिये ही कि पक्ष-विपक्ष से इतर प्रधानमंत्री के कैंपेन में अपना योगदान सुनिश्चित करें। विभागीय शिक्षक रघुवीर कुमार रंजन ने कहा कि बात जब राष्ट्र हित की हो तो देश के नागरिकों को चाहिये कि वो देश हित के साथ खड़े हों। प्रधानमंत्री जी का 2047 तक विकसित भारत बनाने की दिशा में यह कदम क्रांतिकारी साबित होगा क्योंकि वो हर नागरिक को विकसित भारत बनाने की दिशा में आत्ममंथन करने के लिये प्रेरित कर रहे हैं। भारत अगर निकट भविष्य में विकसित होता है तो यकीनन हमारे आने वाली पीढ़ियां इससे लाभान्वित होंगी। इसीलिए आप सभी इस कार्यक्रम में न केवल अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें बल्कि अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी प्रेरित करें। इस कार्यक्रम में रश्मि व अमित शुक्ला ने आरक्षण नहीं हो और अगर हो तो आर्थिक आधार पर सबों को आरक्षण मिले, शिक्षा व स्वास्थ्य, उषा कुमारी ने ग्रामीण शिक्षा की दुर्दशा, साहिल ने युवाओं को अधिक से अधिक राजनीति में भागीदारी देने के लिये, श्याम यादव ने आधारभूत संरचना, धर्म व जाति सिस्टम, शोधार्थी करण कुमार ने असमानता व भ्रष्टाचार, निशांत मिश्रा व अक्षय झा ने लैंगिक असमानता, आर्थिक विकास, विज्ञान व प्रौद्योगिकी, संस्कृति, वर्चस्व, अंतरिक्ष, ऊर्जा, आत्मनिर्भरता, जलवायु परिवर्तन व नदियों का प्रबंधन, लकी कुमारी ने कृषि सुधार, शिक्षा, रोजगार व जल संरक्षण व संजू चौधरी ने किसान की दशा, शिक्षा, स्वास्थ्य, ट्रैफिक व आरक्षण व्यवस्था पर अपना-अपना विचार प्रस्तुत किया।

Pallawi kumari

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