कम्प्यूटर प्रशिक्षित पीढी तैयार करने की योजना में व्यापक घालमेल, डीईओ कार्यालय में हो रही धन वर्षा – राजकुमार 

कम्प्यूटर प्रशिक्षित पीढी तैयार करने की योजना में व्यापक घालमेल, डीईओ कार्यालय में हो रही धन वर्षा – राजकुमार 

कार्यालय जेटी न्यूज, समस्तीपुर : मुफ्त ए माल, दिल ए बेरहम कहें या कहें बहती गंगा में हाथ धोने वाली कहावत, इन दिनों शत प्रतिशत समस्तीपुर के शिक्षा महकमे में चरितार्थ हो रहा है। अप्पन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज कुमार राय ने उक्त शब्दों में शिक्षा विभाग पर तंज कसते हुए संवादाता को बताया कि बिहार सरकार ने बिहार के तमाम स्कूलों में कंप्यूटर के शिक्षा देने के लिए आईटी सेक्टर में काम कर रहे कंपनियों के माध्यम से एक महत्वपूर्ण योजना बिहार के विभिन्न जिलों में चालू करने की दिशा में प्रयास कर रही है।

इसी सिलसिले में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के आदेश संख्या 203/235 दिनांक 07/8/2023 के द्वारा अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग बिहार पटना केके पाठक द्वारा निर्गत चार पन्ने के पत्र में इसे चालू करने के निर्देश दिए गए थे। इस योजना को शत-प्रतिशत मूर्त रूप देने केलिए जिला परियोजना प्रबंधन इकाई और प्रखंड परियोजना प्रबंधन इकाई की स्थापना भी की गई है।

श्री राय ने बताया कि दरअसल यह योजना बिहार के बच्चों को आधुनिकतम तकनीक व ज्ञान से लैस करने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी एवं कल्याणकारी योजना है। इस योजना के चालू करने के लिए लगभग 38 कंपनियों का चयन कर उन्हें जिला आवंटित किए गए थे जहां उन चयनित कंपनीयों को माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में 20 और मध्य विद्यालयों में 10 कंप्यूटर उपलब्ध कराने के साथ-साथ इसके संचालन के लिए आईसीटी लैब इंस्ट्रक्टर और रात्रि प्रहरी समेत तमाम संसाधन उपलब्ध कराना था। परंतु जिला शिक्षा पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी लेखा समस्तीपुर ने सरकार के निर्देश को ठेंगा दिखाते हुए चयनित कंपनी को कार्यादेश नही देकर महज तीन माह पुरानी कंपनी स्क्रैच इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को जिला शिक्षा अधीक्षक के पत्रांक 761/योजना एवं लेखा समस्तीपुर दिनांक 21-09- 2023 के माध्यम से अधिकृत कर दिया गया। गौरतलब है कि इस कंपनी की स्थापना कार्यादेश से मात्र तीन महीने पूर्व जून 2023 में किया गया है। बात यहीं तक नहीं है, इन कंपनियों को विद्यालयों में आईसीटी लैब की स्थापना करनी है, और प्रत्येक आईसीटी लैब में एक एक आईसीटी लैब इंस्ट्रक्टर से लेकर बिजली, अन्य उपस्कर एवं सुरक्षा कर्मी सहित तमाम व्यवस्था भी करनी है। समस्तीपुर जिले के करीब 188 विद्यालयों में तमाम कार्यों की देखभाल करने की जवाबदेही इन्हीं कंपनियों को दी गई है। इस संदर्भ में प्राप्त जानकारी के मुताबिक कंपनी के माध्यम से समस्तीपुर जिले के युवाओं से आईसीटी लैब इंस्ट्रक्टर की बहाली के नाम पर एक एक सीट पर तीन-तीन लोगों से चयन का प्रलोभन देकर कर करोड़ों रुपए वसूली किए जाने की चर्चा आम है। विद्यालयों को चयनित इन्सट्रक्टर्स को योगदान कराने के लिए तीन पत्राचार तो इस ओर ही इशारा करते हैं। क्योंकि इस मामले मे शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से तीन पत्राचार में पहले पत्र में योगदान कराने का निर्देश था। कुछ ही दिन बाद योगदान कराने पर रोक लगाने का आदेश जारी हो गया इस पत्र के फिर कुछ दिन बाद योगदान करा लेने का निर्देश जारी हुआ। समस्तीपुर जिला प्रशासन के संरक्षण में फल फूल रहे माफियाओं शिक्षा माफियाओं और कंपनी के द्वारा जिले में लूट खसोट किए जाने को रोकने की दिशा में जिला के जिला अधिकारी का मौन भी एक गंभीर संकेत दे रहा है। अप्पन पार्टी अध्यक्ष आरके राय ने इस लूट खसोट की ओर ध्यानाकर्षण कराते हुए जिला अधिकारी समेत शिक्षा विभाग के तमाम वरिष्ठ अधिकारियों को मेल के माध्यम से तत्काल हस्तक्षेप कर बेरोजगार युवकों को मानसिक व आर्थिक दोहन से बचाने की मांग करते हुए कंपनी समेत शिक्षा विभाग के माफिया अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

Pallawi kumari

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