भारतीय बलात्कारी पार्टी

भारतीय बलात्कारी पार्टी

आलेख – प्रभुराज नारायण राव

जे टी न्यूज

राम रहीम को एक बार फिर 40 दिनों की पैरोल पर जेल से छोड़ दिया गया है। इसके पहले भी 2023 में चार बार पैरोल पर राम रहीम को छोड़ा जा चुका है । यह सब भाजपा के हरियाणा सरकार के सौजन्य से संभव हो पाया है ।सवाल बहुत गंभीर है कि राम रहीम का सिरसा सच्चा डेरा जो सही मायने में बलात्कार का अड्डा बन चुका था और राजसत्ता से जुड़े चाहे वह केंद्र सरकार या हरियाणा सरकार के मंत्री , सांसद ,

विधायक राम रहीम के सिरसा डेरा में जाकर रंगरेलियां करते थे । यह बातें छुपी हुई नहीं है । राम रहीम बाबा के नाम से चर्चित रहा है और वह संगीत प्रेमी भी रहा है । वह अनेक गीतों को गया है और गीतों को पसंद करने वाले उसके चहेते काफी संख्या में हुए । जब सिरसा सच्चा डेरा में बलात्कार और हत्याओं का सिलसिला शुरू हुआ । तो कुछ पीड़ित परिवारों के द्वारा जनता के सामने और अदालत के सामने भी उसको लाया गया ।

घटना प्रमाणित होने के बाद कोर्ट ने ढोंगी और हत्यारा राम रहीम को सजा देकर जेल में डाल दिया। जिस दिन वह जेल जा रहा था उस दिन राम रहीम के चहेते उसके नशे में धूत होकर सड़कों पर कुछ भी करने को आमादा थे । वे लोग सैकड़ो घरों में आग लगा दिए । गाड़ियां तोड़ दी । सड़के जाम किया । 40 से ज्यादा लोगों की हत्यायें हुई। उसके बाद किसी तरीके से पुलिस घटना को नियंत्रित कर राम रहीम को जेल भेजने में कामयाब हुई।

राम रहीम जब भी सत्ता से जुड़े पार्टी के लोगों को उसकी जरूरत पड़ती है । तो हरियाणा सरकार के द्वारा पैरोल पर उसको बाहर बुला लिया जाता है । अबकी बार 40 दिनों के लिए पैरोल पर रिहा करने का मतलब है कि लोकसभा चुनाव में उसका भरपूर इस्तेमाल करना और उसके चहेतों को उसके पैसों से भारतीय जनता पार्टी को चुनाव जिताना ।

भारतीय जनता पार्टी के बड़े-बड़े नेता चाहे वह अटल बिहारी वाजपेई हो , लाल कृष्ण आडवाणी हो या नरेंद्र मोदी हों। सबों को लोगों ने आशाराम बापू जैसे बलात्कारी बाबा को साष्टांग दंडवत करते देखा है। धर्म का सहारा लेकर मट्ठाधीश बनने वाले ऐसे भ्रष्ट एवं बलात्कारी बाबाओं के गुणगान में कसीदे पढ़ना भाजपा और संघ परिवार के लिए कोई नई बात नहीं है । यह सब जानते हैं कि धर्म की आड़ में पाखंडी बाबाओं ने हमारे समाज के सभ्यता और संस्कृति को तार तार करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा है । व्यभिचार की चरम सीमा तक जाने का काम घृणित बाबाओं ने किया है।

इतना ही नहीं भाजपा के नेता लोगों के बारे में कुछ कहा जाए तो और पुख्ता तरीके से यह प्रमाणित होता है कि भारतीय जनता पार्टी इस देश के बलात्कारियों की पार्टी मात्र बनकर रह गई है । इसके सांसद चिन्मयानंद हो , इसके विधायक कुलदीप सेंगर हों,इसका सांसद महिला कुश्ती संघ का पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह हो , इसके केंद्र के अनेक मंत्रीगण और विभिन्न राज्यों के अनेक मंत्री गण बलात्कार से जुड़े पाए गए हैं।कई ऐसी भारतीय जनता पार्टी की महिला नेताओं ने भी स्वयं को भाजपा के बड़े नेताओं के द्वारा शोषण करने का इल्जाम लगाया है ।अभी बिहार के शिकारपुर विधानसभा क्षेत्र की भाजपा विधायिका को एक कथित राजनेता के साथ संभोग की आसन में वीडियो में दिखाया गया है। हमें यह कहने में कोई हिचक नहीं होता कि बेटी बचाओ , बेटी पढ़ाओ की तथाकथित नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी यानी बलात्कारियों की पार्टी नहीं है ।

क्योंकि बिलकिस बानो के साथ 2002 में गुजरात में भाजपा के 11 बलात्कारियों द्वारा उसके साथ गर्वावस्था पीरियड में बलात्कार किया गया और उसके परिवार के सात लोगों की हत्या कर दी गई । यह उस समय की घटना है जब गुजरात के मुख्यमंत्री स्वयं नरेंद्र मोदी थे ।

वैसे भी देखें तो भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता अटल बिहारी वाजपेई हों, लालकृष्ण आडवाणी हो या वर्तमान में नरेंद्र मोदी हो । सबों पर महिला उत्पीड़न के आरोप लगे हैं । इतना ही नहीं हद तो तब हो जाता है । जब मुस्लिम महकमें से नफरत करने की स्वांग करने वाली भाजपा के बड़े नेताओं की बेटियां मुस्लिम नौजवानों के साथ शादियां रचा लेती है और भाजपा नेताओं का आशीर्वाद भी उन्हें प्राप्त होता रहता है। चाहे वह मुरली मनोहर जोशी हो , चाहे विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष गिरिराज किशोर हों ,चाहे वो सुब्रमण्यम स्वामी हों या लालकृष्ण आडवाणी हो।

ऐसी अवस्था में भारतीय जनता पार्टी को भारतीय बलात्कारी पार्टी कहा जाय। तो ज्यादा प्रासंगिक होगा।*

 

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