विकसित भारत @2047 की परिकल्पना को साकार करें अनुमंडलाधिकारी,आरक्षी उपाधीक्षक के मौजूदगी में 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानाचार्य डाॅ घनश्याम राय ने किया ध्वजारोहन
विकसित भारत @2047 की परिकल्पना को साकार करें
अनुमंडलाधिकारी,आरक्षी उपाधीक्षक के मौजूदगी में 78 वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानाचार्य डाॅ घनश्याम राय ने किया ध्वजारोहन
जे टी न्यूज़, समस्तीपुर : यू आर काॅलेज,रोसड़ा में स्थानीय अनुमंडलाधिकारी, आरक्षी उपाधीक्षक के उपस्थिति में प्रभारी प्रधानाचार्य डाॅ घनश्याम राय ने 78वीं स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 09.50 बजे पूर्वाह्न में एनसीसी एवं एन एस एस स्वयंसेवकों के सलामी के साथ ध्वाजारोहन किया। प्रभारी प्रधानाचार्य डाॅ राय ने अपने उद्बोधन में उपस्थित सभी पदाधिकारियों, सेवानिवृत्त प्राध्यापकों, कर्मचारियों, गणमान्य अतिथियों, पत्रकार बंधुओं आदि को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज का दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है। अंग्रेजों की लंबी गुलामी, लूट और अत्याचारों से आजादी पाने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को निरंतर बलिदान देना पड़ा। माताओं की गोद सूनी हो गई, बहनों ने अपने भाइयों को खो दिया और विवाहित महिलाओं का सिंदूर भारत माता के चरणों में अर्पित हुआ। तब जाकर हमारा देश अंग्रेजों के चंगुल से आजाद हुआ। आजादी के बाद देश आर्थिक तंगी और संक्रमण काल से गुजर रहा था। हमारे देश के किसानों और युवाओं की मेहनत से देश के नेताओं ने धीरे-धीरे इसे मजबूती दी और पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ देश के निर्माण में योगदान दिया। आज 21वीं सदी में हम एक बेहतर भारत की कल्पना कर रहे हैं, जिसमें हमारी जिम्मेदारी बढ़ रही है।
हमें अपने कर्तव्यों का सही ढंग से निर्वहन करना होगा। हमें अपने कार्यों को उनके उचित समय के अनुसार पूरा करना होगा। हमें उसके प्रति ईमानदारी और समर्पण दिखाना होगा, तभी हम विश्व की इस बढ़ती हुई जनसंख्या के साथ खुद को विकसित देशों की श्रेणी में शामिल कर सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आप सभी विद्यार्थियों से अपील करना चाहूँगा कि आप अपना कार्य पूरी लगन और ईमानदारी से करें ताकि आप अपने जीवन में सफल हों और आपकी सफलता से देश को पूरी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्थान मिले। अपने समाज, अपने राज्य और अपने देश के विकास में अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।
स्वतंत्रता के इस पावन अवसर पर हम आप सभी से अपील करना चाहते हैं कि आप अपने कार्यों को विश्व के सर्वश्रेष्ठ कार्यों में शामिल करें, तभी कहीं जाकर देश के स्वतंत्रता प्रेमियों को आप पर गर्व होगा। और हम इस स्वतंत्रता को अक्षुण्ण और अखंड रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय के कण-कण में सरस्वती विद्यमान है, जो अपने गुणों को संवारकर देश की प्रगति में सहभागी बनने को उत्साहित है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप अपने कार्य के प्रति सजग रहेंगे तथा अपने कर्तव्य परायणता के बल पर महाविद्यालय का नाम पूरे भारत में रोशन करेंगे। प्रधानाचार्य ने कहा कि 22 अप्रैल, 2024 को प्रभारी प्रधानाचार्य के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। अभी चार माह पूरे नहीं हुए हैं। प्रशासनिक भवन के जीर्णोद्धार के साथ-साथ आईक्यूएसी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम, परीक्षा विभाग, चार काउंटर, सामान्य विभाग, लेखा विभाग, प्राचार्य कक्ष, सीसीटीवी, ऑनलाइन नामांकन, सभी वर्ग कक्ष में पंखा, बिजली की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
सभी क्लास रूमों को ऑनलाइन/ऑफलाइन अध्ययन सुविधा, ऑटोमेशन सहित सभी आधुनिक सुविधाओं से युक्त लाइब्रेरी, आधुनिकता से सुसज्जित कॉन्फ्रेंस रूम आदि जल्द से जल्द उपलब्ध करायी जाएगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के छह एनसीसी कैडेट्स क्रमशः शंभू कुमार, दिलीप कुमार,नीतू कुमारी,माधव कुमार,निशा कुमारी,तुलसी कुमारी,पूजा कुमारी, को बेहतर कार्य के लिए सम्मानित किया गया। अंत में उन्होंने इस पावन अवसर पर देश के उन सभी स्वतंत्रता प्रेमियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि, ‘शहीदों की कब्रों पर लगेंगे हर वर्ष मेले,देश पर मरने वालों की यही बाकी बची निशानी होगी’।