बिहार सरकार का अनोखा फैसला होमगार्ड के जवान से उठक बैठक कराने वाले कृषि पदाधिकारी का हुआ प्रमोशन

बिहार सरकार का अनोखा फैसला होमगार्ड के जवान से उठक बैठक कराने वाले कृषि पदाधिकारी का हुआ प्रमोशन

बिहार में गुंडागर्दी करने वाले जिला कृषि पदाधिकारी को मिला इनाम, मिला प्रमोसन

संजीव मिश्रा

पटना

15 वर्षों से सुशासन का दंभ भरने वाले सुशासन बाबू के राज में सब कुछ जायज है। यानी कि पाप करते जाओ और प्रमोशन पाते जाओ। बिहार में अफसरशाही के बलबूते चल रही सुशासन के राज ने एक अनोखा फैसला करते हुए पिछले दिनों होमगार्ड जवान के साथ बदसलूकी से पेश आने वाले और कान पकड़कर उठक बैठक कराने वाले अररिया की कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार को बिहार सरकार ने प्रमोशन देकर अररिया से स्थानांतरण करते हुए उपनिदेशक प्रशिक्षण कार्यालय अपर कृषि निदेशक (प्रसार) पटना में योगदान करने का आदेश जारी किया है।


गौरतलब है कि पिछले दिनों लाक डाउन की वजह से अपनी सरकारी गाड़ी से अररिया के तत्कालीन कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार कहीं जा रहे थे। होमगार्ड के जवान ने कृषि पदाधिकारी से गाड़ी का पास मांग लिया। इतने में कृषि पदाधिकारी आग बबूला हो गए और होमगार्ड जवान को भद्दी भद्दी गाली देते हुए कान पकड़कर उठक बैठक भी कराया था। यह खबर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। इस मामले में कृषि पदाधिकारी के खिलाफ ऑन ड्यूटी जवान के साथ दुर्व्यवहार करने को लेकर अररिया थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था। गौरतलब है कि उस समय बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने भी जवान की साथ हुई घटना पर नाराजगी जताई थी।राजद के प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने कहा सुशासन का हवा निकल गया। बिहार के डीजीपी को इस मुद्दे पर खड़ा होना चाहिए। कोरोना की जांच में भी भारी अनियमितता है। कहीं निगेटिव रिपोर्ट आ रहा है तो कहीं पॉजिटिव। जांच करने वाला ही गलत आदमी बैठा है। वही रालोसपा के राष्ट्रीय महासचिव माधव आनंद ने कहा कि बिहार में ब्यूरोक्रेसी हावी है। कृषि पदाधिकारी को सस्पेंड करने की बजाय प्रमोशन दिया गया। प्रमोशन उस होमगार्ड जवान का होना चाहिए था जिसके उसका मनोबल बढ़ता।

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