माले–ऐपवा की राज्य स्तरीय जांच टीम ने किया पावापुरी दौरा

महाजनी कर्ज के दबाव में धर्मेंद्र ने पूरे परिवार संग खाई सल्फास की गोली – मीना तिवारी

माले–ऐपवा की राज्य स्तरीय जांच टीम ने किया पावापुरी दौरा

महाजनी कर्ज के दबाव में धर्मेंद्र ने पूरे परिवार संग खाई सल्फास की गोली – मीना तिवारी

घटना के लिए केंद्र व राज्य सरकार जिम्मेदार – अनीता सिंहा

जे टी न्यूज, पटना / पावापुरी: भाकपा (माले) और ऐपवा की संयुक्त राज्य स्तरीय जांच टीम ने आज पावापुरी (जिला नालंदा) का दौरा कर 18 जुलाई को घटी भीषण आत्महत्या की घटना की पड़ताल की। टीम ने बताया कि धर्मेंद्र कुमार, जो जल मंदिर के पास एक छोटी सी कपड़े की दुकान चलाते थे, ने कर्ज के दबाव में अपने परिवार सहित सल्फास खाकर आत्महत्या का प्रयास किया।

धर्मेंद्र ने अजय कुमार और धर्मेंद्र कुमार उर्फ मोदीजी/नेताजी नामक दो महाजनों से लगभग 5 लाख रुपये का कर्ज लिया था, जिस पर हर माह 50,000 रुपये ब्याज वसूला जा रहा था। लगातार गाली-गलौज, मानसिक प्रताड़ना और परिवार पर बने दबाव से परेशान होकर उन्होंने पत्नी (38 वर्ष), दो बेटियाँ (17 व 14 वर्ष), बेटा (13 वर्ष) और स्वयं जहर खा लिया। पत्नी, दोनों बेटियाँ और बेटा की मौत हो गई, जबकि धर्मेंद्र जीवन-मौत से संघर्ष कर रहे हैं। सौभाग्यवश 7 वर्षीय एक पुत्र बच गया।

घटनास्थल से लौटकर ऐपवा महासचिव कॉमरेड मीना तिवारी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिल दहला देने वाली घटना केंद्र व राज्य सरकार की जनविरोधी आर्थिक नीतियों की देन है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक ओर मोतिहारी में “लखपति दीदी” की योजनाओं की प्रशंसा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर नालंदा में एक पूरा परिवार कर्ज के बोझ में दबकर मर रहा है।

टीम की सदस्य एवं ऐपवा राज्य सचिव कॉमरेड अनीता सिंहा ने कहा कि यह घटना दर्शाती है कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में कर्ज का जाल किस तरह गरीबों की जान ले रहा है। दो कर्जदाताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बावजूद अब तक गिरफ्तारी नहीं होना प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

*जांच टीम की मुख्य मांगें*

कर्जदाताओं की अविलंब गिरफ्तारी।

बचे हुए 7 वर्षीय बच्चे की शिक्षा, परवरिश और सुरक्षा की सरकारी गारंटी।

मृतक परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा।

धर्मेंद्र कुमार का सरकारी खर्च पर इलाज।

हर पंचायत में बैंक शाखा खोलने और गरीबों को 2-2 लाख रुपये की सहायता।

महाजनी कर्ज वसूली पर कानूनी रोक, माइक्रो फाइनेंस कंपनियों और महाजनी कर्जों की माफी।

सूदखोरों पर कार्रवाई हेतु नीति बनाए सरकार।

जांच टीम में जांच दल में ऐपवा के राज्य सचिव अनीता सिंहा,महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष कॉमरेड मंजू प्रकाश ऐपवा के नवादा जिला सचिव सावित्री गुप्ता,माले जिला सचिव सुरेंद्र राम,अखिल भारतीय खेत मजदूर सभा के जिला सचिव व माले के गिरियक प्रभारी रामधारी दास,R Y A के जिला सचिव व माले के राजगीर प्रभारी शत्रुध्न कुमार बिहार ग्रामीण प्रभारी सुनील कुमार,रविरंजन कुमार,ऐपवा के जिला सचिव गिरजा देवी, पाल बिहारी लाल,अनिल पटेल,मकसूदन शर्मा नवलकिशोर आदि लोग शामिल थे।

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