*20 लाख करोड़ के कथित पैकेज में मज़दूरों को सिर्फ बीस रुपये मिले हैं: पप्पू यादव*
पटना, 16 मई: जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मधेपुरा के पूर्व सांसद पप्पू यादव ने देश के वर्तमान हालातों पर बोलते हुए कहा कि, “बीस लाख करोड़ के कथित पैकेज में मज़दूरों को सिर्फ बीस रुपये मिले हैं। मनरेगा के तहत दैनिक मज़दूरी 182 रुपया से बढ़ा कर 202 रुपया किया गया है। 20 लाख करोड़ में 20 रुपये मज़दूरों को देने के लिए मोदी जी का धन्यवाद ज्ञापन कैसे करें? ताली बजाकर या, फूल बरसाकर या, दीप जलाकर, बताएं।”
आगे उन्होंने कहा कि, “टीवी पर बहुत अच्छे तरह से प्रधानमंत्री जी ने सबकुछ पेश किया। लेकिन मजदूर अपने हाथ की तरफ देखता है तो उसे कुछ नहीं दिखता। आज अगर जे पी और लोहिया जिंदा होते तो मजदूरों की दयनीय स्थिति देखकर मर जाते।”
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि, “नीतीश कुमार मजदूरों को अनुशासन का पालन करने के लिए कह रहे है। उनके भूख की चिंता मुख्यमंत्री जी को नहीं हैं। ट्रेनों में मजदूरों को खाना नहीं मिल रहा हैं। क्वारंटिन सेंटर्स के खराब हालात की चिंता नहीं हैं।”
किसानों को हो रही परेशानियों का जिक्र करते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि, “किसान औने-पौने दाम पर सब्जियाँ बेच रहे हैं। उन्हें रबी फसल का उपयुक्त दाम कैसे मिलेगा। इस पर सरकार का ध्यान नहीं है। केंद्र सरकार किसान क्रेडिट कार्ड देकर किसानों को और कर्ज के बोझ तले दबा देना चाहती है।”
मंदिरों में जमा सोने और कैश पर देश में छिड़ी बहस पर उन्होंने कहा कि, “देश भर में अलग-अलग मंदिरों के पास हजारों टन सोना और अरबों रुपया जमा है। क्या इन पैसों का उपयोग गरीबों और मजदूरों के लिए नहीं किया जा सकता? अगर इस कोरोना काल में लोग ही मर जाएगें तो भगवान की पूजा कौन करेगा? इन पैसों का उपयोग जरूरतमंदों के लिए किया जाना चाहिए।”