वर्चुअल रैली नहीं, भ्रष्टाचार रैली :एकता
वर्चुअल रैली नहीं, भ्रष्टाचार रैली – एकता
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रदेश में चुनाव से पूर्व वर्चुअल रैली का आयोजन कर प्रदेश के जनता को लूटने का काम किया है। पूरा प्रदेश भुखमरी के कगार पर है, और मुख्यमंत्री आज राज्य के विभिन्न प्रखंडों में वर्चुअल रैली का जनता को पुन: एक बार धोखा देने का काम किया है। बिहार के एनडीए गवर्नमेंट ने किसान मजदूर नौजवान और छात्रों को बेरोजगारी ,भूखमरी और शिक्षा से वंचित करने का एक बड़ी साजिश कोरोनावायरस के नाम पर लॉक डाउन कर एक समस्या उत्पन्न कर दिया है .यह बातें हैं आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय पार्टी लोकतांत्रिक झारखंड और बिहार के महासचिव एकता प्रियदर्शनी ने कहीं.
बिहार प्रदेश के सचिव चंद किशोर पासवान ने मुख्यमंत्री पर सरकारी खजाना लूटने का आरोप लगाते हुए कहा कि विकास के नाम पर पिछले 15 वर्षों में एक सुई का फैक्ट्री नहीं लगी ,बल्कि राज्य के विभिन्न जिलों में चीनी मिल को अपने चहेतों के हाथ बेचने का काम किया है .पिछले कई वर्षों से मिल को चालू करने के बदले मिल को भेज दिए जाने से एक उत्पादक किसानों के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गया है .मुख्यमंत्री के झांसे में नहीं आने का अपील उक्त दोनों नेता ने की है।