राजनीति में महिलाओं का आना,आखिर इतना गंदा क्यों माना जाता है : रानी चौबे

 


जेटीन्यूज़
*भागलपुर* : बहुत दिनों से मैं सोच रही थी राजनीति में आखिर महिलाओं का आना इतना गंदा क्यों माना जाता है और क्यों आज भी हमारा देश इस मानसिकता से ऊपर नहीं उठ पाया?
उक्त बातें भागलपुर विद्युत विभाग व पैन इंडिया की कंपनी में पीआरओ पद पर कार्यरत सह नगर विकास विभाग से सचिव पद से त्यागपत्र देकर भागलपुर की तरक्की व उन्नति के सवाल पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकीं रानी चौबे ने कही। उन्होंने बताया कि एक बहुत बड़ी सच्चाई, जिससे हम सब वाकिफ हैं लेकिन सब जानते हुए भी हम चुप हैं। उन्होंने दुख प्रकट करते हुए कहा कि कुछ महिलाओं ने राजनीति में आने का इतना गंदा रास्ता अपना लिया है कि इस राजनीति में अच्छी व कुशल महिलाओं का भी रास्ता रुक रहा है।

उन्होंने बताया कि वह हर वक्त उन महिलाओं के लिए लड़ रही हैं लेकिन वही महिलाएं मेरी दुश्मन हुई पड़ी हैं। जलन और गंदगी में वह इतनी गिर चुकी हैं कि वह किसी भी लिमिट को क्रॉस कर रही हैं, किसी अन्य महिला को गिराने के लिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई पढ़ी-लिखी व अच्छी महिला अपने बलबूते पर कोई खास मुकाम हासिल करना चाहे, तो वही महिलाएं उनके विरुद्ध आंदोलन करती हैं और कुछ राजनेताओं के चक्कर में आकर वह उनके विरुद्ध लिखती हैं। जबकि वह जानती भी नहीं कि उन्होंने क्या कुछ किया है और कितने संघर्षों के बाद वह यहां तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि अगर वह भी उन्हीं महिलाओं की तरह शॉर्टकट रास्ता बनाने लगती तो शायद बहुत आसानी से वह भी राजनीति में बहुत आगे बढ़ जाती और आज अच्छे-खासे मुकाम पर हौती । उन्होंने बताया कि उसे जो कुछ भी मिला है,वह अपने टैलेंट और दम पर मिला है। उन्होंने भगवान से प्रार्थना करते हुए उन छोटी मानसिकता की महिलाओं को सद्बुद्धि देने की बात की ओर कहा कि वह उनकी तरह किसी के बिस्तर की नुमाइश होकर कोई मुकाम हासिल करना नहीं चाहती,भले ही उसे पूरी जिंदगी भर स्ट्रगल करना पड़े तो करुंगी।
रानी चौबे ने उन तमाम महिला शक्ति को प्रणाम किया,जिसने अपने बलबूते हर मुकाम हासिल की है और उन हर घटिया महिलाओं को यह सीख देते हुए आग्रह किया कि वे लोग कम से कम उन जैसी महिलाओं के रास्ते में रोड़ा न बनें और ईश्वर है इस बात को कदापि न भूलें । आज उनसे ही कुछ घटिया मानसिकता की महिलाएं पूछती है जिनका नामोनिशान नहीं है कि उसने क्या किया? अभी भी वक्त है,ऐसी महिलाएं ईश्वर से डरें और सही रास्ते पर आ जाएं तथा सही लोगों का साथ दें, नहीं तो अभी भगवान ने केवल इशारा दिया है।

नहीं संभलने पर उन लोगों की ऐसी हालत हो जाएगी कि एक बाजारू औरत से ज्यादा इज्जत नहीं मिलेगी उन लोगों को। उन्होंने ऐसी महिलाओं को अपनी एनर्जी अच्छे कामों और गरीबों की सेवा में लगाने की बात कही। वह तो अपने विजन को देख रही हैं और एक न एक दिन हमें रास्ता जरूर मिलेगा,लेकिन उनलोगों को यूज करके छोड़ दिया जाएगा इस बात को को याद रखने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि उन्हें उस जैसी महिलाओं से शिकायत नहीं है,पर उनपर हंसी जरुरआती है कि जो महिलाएं उनसे मिली भी नहीं है और वह उनकी कुंडली लिख रही है। खुद उसकी कोई इज्जत है नहीं, कम से कम बाकी महिलाओं की इज्जत तो रहने दे। उन्होंने बहुत अफसोस के साथ कहा कि उन्हें आज इन शब्दों का भी प्रयोग करना पड़ा है,कुछ महिलाओं के लिए । अंत में उन्होंने उन महिला शक्ति को प्रणाम किया, जो सच में शक्ति की मिसाल है।

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