9, महिने से केवाइपी सेंटर बंद रहने से छात्रों का फूटा गुस्सा छात्र छात्राओं ने सरकार के खिलाफ किया रोषपूर्ण प्रदर्शन
फोटो-: प्रखंड मुख्यालय स्थिति बंद केवाइपी सेंटर के सामने प्रदर्शन करते छात्र-छात्राएँ
जेटी न्युज हरि शम्भु हरलाखी (मधुबनी):
प्रखंड कौशल विकास योजना के तहत क्लाश कर रहे कंप्यूटर के छात्र छात्राओं का गुस्सा सरकार के खिलाफ फूटने लगा है. करिब नौ महीने से बंद प्रखंड मुख्यालय स्थिति केवाइपी सेंटर को खुलवाने की मांग में सेंटर के सामने दर्जनों छात्र छात्राओं ने सरकार के खिलाफ रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में शामिल प्रिया कुमारी, पूजा कुमारी, अर्चना कुमारी, अंजू कुमारी, मो.इजहारुल,गोविन्द कुमार, विकास कुमार, फैजन आलम,विशाल कुमार, समेत अन्य छात्र-छात्राओं ने कहा कि कोविड 19 को लेकर मार्च से हि सेंटर बंद कर रखे है. अब तो सभी तरह का काम हो रहा है.
तो फिर इस संस्थान को बंद करके सरकार हम छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों कर रही है. हमलोग भी समाजिक दूरी बनाकर अपना कंप्यूटर शिक्षा ले सकते है. कहा कि विस चुनाव में सरकार को कोरोना नहीं दिखाई दिया, पुरे चुनाव में सोशल डिस्टेंस का धज्जियां उड़ाई गई. इधर प्रखंड के सभी निजी कोचिंग सेंटर का संचालन हो रहे है. बाजारों में भीड़ उमड़ी रहती है. सरकार का अपना कोई भी काम नहीं रुक रहा है. कहा कि लगातार नौ महीने बंद होने से हमलोगों ने जो कुछ भी सीखें थे वो सब भूल गए साथ हि रजीस्ट्रेसन में जो एक हजार रुपये लगे थे जो पास होने के बाद वापस हो जाता वह पैसा भी हमलोगों का डूब गया. बावजूद सरकार हम छात्र – छात्राओं की समस्याओं को सरकार नजरअंदाज कर रही है.
जबकि सरकार की सात निश्चय योजना में मुख्य योजना आर्थिक हल युवाओं का बल कौशल विकास योजना कहा जा रहा है और इस मुद्दे पर सरकार चुनाव भी लड़ी है.यदि सरकार इस संस्थान को जल्द खुलवाने का आदेश नहीं देती है तो हमलोग आंदोलन करने पर बाध्य हो जाएंगे.
क्या कहते है केवाइपी संचालक
केवाइपी समनव्यक मो अजीम अहमद ने कहा कि कोविड 19 को लेकर सरकार के निर्देश पर मार्च से ही संस्थान को बंद रखा गया है, छात्र छात्राओं के द्वारा संस्थान को संचालित करवाने का मांग हो रहा है. हमनें ईमेल के माध्यम से इन समस्याओं से अवगत मुख्यमंत्री को करा चुंके है निर्देश मिलते ही पुनः संचालित कर दिया जाएगा.