*बिहार राज्य किसान सभा जमाल रोड पटना , सीटू , खेतिहर मजदूर यूनियन ने लिया पटना में संविधान का संकल्प*

जेटी न्यूज़, ठाकुर वरुण कुमार।

पटना::- अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति तथा संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय के आलोक में आज पटना सहित बिहार के अनेकों जिलों में के अनेक जगहों पर किसानों द्वारा संविधान की रक्षा तथा लोकतंत्र को बहाल रखने के लिए संकल्प लिया गया । बताते चलें कि केंद्र सरकार द्वारा लगातार किसानों को तथा देश की जनता को किसान विरोधी काले कानून के बारे में गलत तरीके से समझाने का प्रयास किया जा रहा है ।

स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर तथा रेल मंत्री पीयूष गोयल की टीम देशभर के लोगों को अपने बिकाऊ चैनलों द्वारा अखबारों द्वारा तथा मंत्री, सांसद, विधायकों द्वारा किसानों में भ्रम फैलाने का काम किया जा रहा है । दिल्ली को चारों तरफ से घेरे हुए किसान कंपकपाने वाली ठंड में अब तक 47 जानों की आहूती दे चुके हैं और तब तक वहां से जाने को तैयार नहीं है जब तक की किसान विरोधी काले कानून की पूरी तरह वापसी नहीं हो जाती । जबकि कई वार्ताएं हो चुकी है । बड़ी उम्मीद थी कल की वार्ता मैं कुछ हल निकलेगा । लेकिन किसानों को सिर्फ बरगलाने का काम वार्ता में शामिल मंत्रियों द्वारा किया जाता रहा है ।

 

ऐसी स्थिति में भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति 1 जनवरी, 2021 को देश के किसानों को संविधान का संकल्प लेने को कहा है ।

हम सभी किसानों, मजदूरों, युवाओं, महिलाओं, आदिवासी, अल्पसंख्यक, दलित, व बहुजन संगठनों, साथ ही सभी लोगों तथा नागरिक अधिकारों पर आधारित जन संगठनों और नागरिकों ने 1 जनवरी, 2021 को कार्यक्रम आयोजित कर निम्नलिखित प्रतिज्ञा किया और
संविधान की प्रस्तावना को पंक्तिबद्ध रूप से पढ़ कर साथियों द्वारा उन पंक्तियों को दोहराया गया । प्रस्तावना पढ़ने के बाद प्रतिज्ञा लिया गया ।

सार्वजनिक सभा का आयोजन 1 जनवरी 2021 को दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच गांव / नगर / ब्लॉक / जिला केंद्रों पर किया जा रहा है।

(भारत का संविधान)


प्रस्तावना
हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को :
न्याय, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक, न्याय,
विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,
प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए
तथा,उन सबमें
व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढाने के लिए,
दृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई0 को एतद द्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं।”

प्रतिज्ञा

हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हम भारतीय संविधान की प्रस्तावना को साकार करने के लिए सभी प्रयास करेंगे।
हम प्रतिज्ञा करते हैं,
हमारे स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों, और चल रहे किसान आंदोलन के शहीदों से प्रेरणा लेते हुए हम केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर के किसानों का समर्थन तब तक जारी रखेंगे जब तक वे निरस्त नहीं कर दिए जाते।
हम प्रतिज्ञा करते हैं कि हम किसानों, खेती और गाँवों को कॉर्पोरेट के हाथों से बचाने के लिए अपना संघर्ष जारी रखेंगे और देश की खाद्य सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को बचाएंगे।

हम तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने, बिजली संशोधन विधेयक को वापस लेने और सीटू 50 प्रतिशत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सभी कृषि उत्पाद की गारंटीकृत खरीद के लिए कानून को लागू करवाने के लिए हर बलिदान के लिए तैयार है ।

हम मानते हैं कि जब तक भारत का किसान बचा रहेगा तभी तक ही भारत भी बचा रहेगा और मजबूत बनेगा।
किसान बचाओ, देश बचाओ
किसान विरोधी कानूनों को निरस्त करें ।

बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव ने संकल्प दिलाया। संकल्प सभा में का. अरुण कुमार मिश्र, सीटू राज्य सचिव गणेश शंकर सिंह, खेतिहर मजदूर युनिया के बिहार अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया, सांस्कृतिक मोर्चा के अशोक मिश्र, किशोर कुमार, दीपक कुमार आदि ने हिस्सा लिया ।
इंकलाब जिनाबाद!

Related Articles

Back to top button