बिस्फी की रश्मि ने बीपीएससी 64वीं फतह कर बढ़ाया विद्यापति की धरती का मान

विष्णुदेव यादव। 

मधुबनी। 

थककर बैठ गए क्यों भाई – मंजिल दूर नहीं है ” कविता को चरितार्थ कर दिखाने जैसे अदम्य साहस का कार्य बिस्फ़ी कवि कोकिल विद्यापति की धरती बिस्फ़ी प्रखण्ड के मुरलियाचक गांव निवास योगेंद्र साफी की सुपौत्री एवं अभियंता राजकुमार साफी की पुत्री रश्मि रानी ने की है। जिसकी चर्चा क्षेत्र में चहुँओर हो रही है। बताते चले कि रश्मि का चयन 64वीं बीपीएससी में सहकारी समिति के सहायक रजिस्ट्रार पद पर हुआ है।

केंद्रीय विद्यालय पटना स 12वीं तक का सफर तय कर 2016 में बीआईटी मेसरा से अभियांत्रिकी की पढ़ाई को रश्मि ने पूरा किया। जिसके बाद कैंपस चयन प्रक्रिया के माध्यम से 2016 में आईडिया सेल्युलर कंपनी में नौकरी भी मिली। परंतु स्कूली शिक्षा के बाद से ही सामाजिक सरोकार के दृष्टिकोण से प्रशासनिक सेवा में जाने जैसे सपनो को साकार करने के उद्देश्य से एवं दो वर्ष उक्त कंपनी में सेवा देने के बाद रश्मि ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया। वहीं 2020 के यूपीएससी परीक्षा में भी रश्मि मेन्स पास कर साक्षात्कार परीक्षा में उपस्थित होने की राहें बटोर रही है। पूर्व से ही शैक्षणिक पृष्टभूमि से संम्बध रखने वाली रश्मि की पिता गृहणी एवं पिता राजकुमार छत्तीसगढ़ स्थित केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता के पद पर तैनात है। वहीं एक भाई राहुल भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। रश्मि ने बताया कि वे काफी खुश हैं कि बीपीएससी की परिक्षा की तैयारी की और सफल हुई। परंतु यूपीएससी के साक्षात्कार परीक्षा में सफलता प्राप्ति हेतु तैयारी भी जोड़ो पर जारी है। सफलता के बाद विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल, पूर्व विधायक सह मधुबनी मेडिसिटी के निदेशक डॉ फैयाज अहमद एवं वरिष्ठ अधिवक्ता संजय मिश्रा ने रश्मि को बधाई देते हुए अग्रिम भविष्य की कामना किया है।

 Edited By :- savita maurya

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