उजियारपुर थाना अध्यक्ष संदेह के घेरे में ,उजियारपुर क्षेत्र में निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव होना असंभव है।

जे टी न्यूज

आपको बताते चले की समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय अनुमंडल के उजियारपुर क्षेत्र में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण होना असंभव सा प्रतीत होता है । प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उजियारपुर थाना अध्यक्ष के क्रियाकलापों के कारण लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले उम्मीदवारों के जान पर खतरा मंडराने लगा है । उजियारपुर पुलिस शराब व्यापारी, मानव तस्कर और शातिर अपराधियों संरक्षण देने के लिए नामांकन से लेकर आज तक चर्चित रहे है। क्षेत्र में यह भी चर्चा है कि व्यापार के आड़ में लूटपाट, हत्या जैसे अपराध में शामिल एक जिला परिषद उम्मीदवार के नामांकन के बाद जलसा में भाग लेने उजियारपुर थाना के थाना अध्यक्ष समेत पुलिस बल भोज खाते भी नज़र आए है। चुनाव आयोग के निर्देशानुसार किसी भी चुनाव से संबंधित अधिकारियों का भोज भात खाना आचार संहिता के उलंघन के तहत आता है परंतु लोगों में दहशत फैलाने के लिए एक उम्मीदवार के घर जाकर भोज में शामिल होना उजियारपुर प्रखंड के निर्वाचित पदाधिकारी से लेकर पुलिस पदाधिकारी तक संदेह के घेरे में नज़र आ रहे है । सबसे चिंता की बात यह है कि एक चर्चित मुखिया के उम्मीदवार जिस पर 1 दर्जन से अधिक संगीन अपराध के अभियुक्त होने के बावजूद थाना क्षेत्र में आकर नामांकन कर कर चला जाना भी उजियारपुर पुलिस और प्रखंड विकास पदाधिकारी सह प्रखंड निर्वाचित पदाधिकारी की क्रियाकलाप संदिग्ध और संदेह के घेरे में नजर आता है।

1 दर्जन से अधिक छोटे वाले राजनीतिक दल के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि उजियारपुर थाना अध्यक्ष की गतिविधि एवं क्रियाकलाप एक शातिर अपराधी के जैसा प्रतीत होता है। उजियारपुर मुख्यालय के रायपुर पंचायत मुखिया प्रत्याशी सह निवर्तमान वार्ड सदस्य बबीता कुमारी के पति रोशन कुमार मनीष को 25 सितंबर को उस वक्त उजियारपुर पुलिस के संरक्षण में अपरहण किए जाने की भी चर्चा है। यह घटना उस समय घटी जब मनीष अपने पत्नी के स्कूटनी के बाद प्रखंड निर्वाचित पदाधिकारी के कार्यालय उजियारपुर रेलवे स्टेशन की ओर वापस लौट रहे थे। इसी बीच शिव मंदिर पोखर के पास दो, चार पहिया गाड़ी से कुछ लोगों ने जबरन उठा कर सातनपुर की ओर चलते बने और उसका मोटरसाइकिल उसी गिरोह का एक व्यक्ति ने लेकर गाड़ी के साथ सातनपुर की ओर चल दिए। बबीता कुमारी के ससुर रामवृक्ष सिंह को इस घटना की सूचना घटनास्थल से किसी व्यक्ति ने मोबाइल पर दी, तो इसकी जानकारी उजियारपुर पुलिस अध्यक्ष को देने गए तो कार्रवाई के बदले डांट फटकार कर वापस कर दिया।

अब देखन है की जिलाधिकरी समस्तीपुर और पुलिस अधिकक्ष क्या करवाई कर भय मुक्त मतदान सुनिचित करते है। क्या उजियारपुर थाना अध्यक्ष पर करवाई कर लोकतंत्र को बचा पाते है।

Related Articles

Back to top button