निदान कैसे होगा _ कौन पहल करेंगे _ या हमारा जिला ऐसे रेंगते चलता रहेगा इस जिला के लोगों को सोचने की जरुरत है- दुर्गा प्रसाद

निदान कैसे होगा _ कौन पहल करेंगे _ या हमारा जिला ऐसे रेंगते चलता रहेगा इस जिला के लोगों को सोचने की जरुरत है- दुर्गा प्रसाद


जे टी न्यूज़

समस्तीपुर : डॉ. राजेंद्र प्रसाद क़ृषि विश्वविद्यालय की घटना के सम्बन्ध में छात्र -छात्राओं की बात सुनकर ऐसा लगा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अखिल की मृत्यु के बाद अपनी कमी को दूर करने के बजाय छात्रों पर मुकदमा करके इसका निदान ढूंढने में लगी है. छात्रों से जानकारी मिली कि फाइनल ईयर की परीक्षा -रिजल्ट पर समय से विचार नहीं करने पर बच्चे का नुकशान होगा. बच्चे मार पीट करने या मुकदमेबाजी के लिए यहाँ नहीं आये हैं. छात्र की मृत्यु और विश्व विद्यालय के अधिकारी और स्टाफ के सजगता और दूरदर्शिता के अभाव तथा ईलाज़ कराने हेतु सहानुभूतिपुर्ण तत्पर नहीं होने से विद्यार्थी का विश्वास खोने के कारण अन्य सभी घटनायें हुई है। मुकदमा करके परेशान होने और परेशान करने से कोई निदान निकलने की दूर दूर तक संभावना नहीं दिखती है. मिलने आये छात्रों को वर्तमान में आंदोलनात्मक रबईया नहीं अपनाने की सलाह हमलोगो के द्वारा दी गई है।

 

विधायक श्री अजय कुमार ,शाहिन के साथ जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर से मिलने की बात सोची गई, किन्तु जिला मुख्ययालय में उनके नहीं रहने की वजह से मुलाक़ात नहीं हो सकी मेरा स्पष्ट विचार है कि इस मामले में समस्तीपुर के सभी माननीय समवेत होकर जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन से पहल कर वि.विद्यालय को सुचारु रूप से संचालित करने की स्थिति बनाने में अपनी पॉजिटिव भूमिका निभायें ताकि लगे कि समस्तीपुर जिला के जनप्रतिनिधि की सजग नजर हर जगह मौजूद है। ठीक यही स्थिति सदर अस्पताल समस्तीपुर की हो गई है, नर्स और डाक्टर मिलकर लोगों की चिकित्सा करते हैं. हॉस्पिटल उसी से संचालित भी होता है किन्तु समस्तीपुर सदर अस्पताल के डॉ और नर्स के विवाद मुकदमा तक पहुंच गये हैं, मिडिया के माध्यम से जो पता चला वो दुखद तो है ही, जनहित में भी नहीं है.सहमे हुए चिकित्सक और आक्रोषित नर्स लोगों को सही से ईलाज कर सकेंगे? इसका निदान कौन सोचेंगे? कौन पहल करेंगे? या हमारा जिला ऐसे ही चलता रहेगा, ये इस जिला के लोगों को सोचने की जरुरत है?
आपका विचार क्या है?

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