*राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की जयंती समारोह व विचार -गोष्ठी का आयोजन किया गया।रमेश शंकर झा समस्तीपुर बिहार। सब पे नजर, सबकी खबर।*

 

 

रमेश शंकर झा

समस्तीपुर बिहार।

 

 

समस्तीपुर:- आजादी के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी की जयंती के पावन अवसर पर मुजफ्फरपुर के एक निजी शिक्षण संस्थान में आयोजित स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में महात्मा गांधी की भूमिका विषयक पर विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए राजद के प्रांतीय नेता व सकरा विधायक लालबाबू राम ने कहा की भारत विश्व का एक अनोखा और अनूठा देश है। इस देश की सांस्कृतिक विरासत से लेकर यहां का पूरा इतिहास ही गौरवशाली है। हमारे इतिहास की तरह हमारी आजादी की लड़ाई भी एक मिसाल ही है। यूं तो विश्व के अधिकतर पराधीन देशों को आजादी हिंसा के बाद ही मिली, लेकिन इस देश को आजादी वास्तविक तौर पर अहिंसा के मार्ग पर चलने की वजह से मिली और इस मार्ग पर हमें चलने का साहस प्रदान किया राष्ट्रपिता मोहनदास करमचंद गांधी जी ने। उन्होंने कहा की कहा कि महात्मा गांधी ने दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद की समाप्ति से लेकर भारत में आजादी के अांदोलन में अंग्रेजी हुकुमत से अंहिसा के मूलमंत्र को लेकर देश को आजाद कराया। आज पूरा विश्व गांधी जी के प्रेम, शांति, सद्भाव के मूलमंत्र को अपना रहा है। हमें इसी मार्ग पर चलते हुए नफरत को अहिंसा से मिटाना है। अहिंसा परमो धर्म एक ऐसा मूलमंत्र है, जो भाईचारे में जहर घोलने की साजिशों को समाप्त कर सकता है। 

 

वहीँ राजद नेता श्री लालबाबू ने कहा की देश को गुलामी से मुक़्त कर आज़ादी दिलाने में गांधीजी ने अपने जीवन का एक-एक क्षण व शरीर का एक—एक कण भारत को समर्पित कर दिया। उनका संपूर्ण जीवन अनुकरणीय व प्रेरणादायक है। सविनय अवज्ञा आंदोलन, असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन, सादगी, सत्य, अहिंसा, सामाजिक सद्भाव व राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए युगों-युगों तक गांधीजी सदैव याद किये जाते रहेंगे। अपने सम्बोधन में विधायक प्रतिनिधि शशिभूषण यादव ने कहा की महात्मा गांधीजी  को उनके विकास रूपी विचारों और आदर्शों के लिए जाना जाता है। अहिंसा के पथ पर चलकर पूरी दुनिया को बता दिया कि कैसे सिर्फ बिना किसी हिंसा के कोई भी लड़ाई लड़ी और जीती जा सकती है। प्रेस रिलीज द्वारा प्रेस को राजद प्रवक्ता राकेश कुमार ठाकुर ने दिया।

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