रामेश्वर जूट मिल में फिर लटका ताला हजारों मजदूर सड़क पर रोजगार संकट के बादल छाया
रामेश्वर जूट मिल में फिर लटका ताला हजारों मजदूर सड़क पर रोजगार संकट के बादल छाया
हजारों मजदूर का निवाला कहा से कौन है जिम्मेदार ए साहब
जे टी न्यूज़
समस्तीपुर :- जिला अंतर्गत इकलौते जुट मिल में एक बार फिर ताला लटक गया है। रामेश्वर जूट मिल मुक्तापुर प्रबंधन के द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के तालाबंदी किये जाने से मिल में काम करने वाले मजदूरों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है। मजदूरों के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन के द्वारा भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। मिल प्रबंधन की दलील है कि मजदूरों के द्वारा उत्पादन कम किए जाने के कारण मिल को बंद किया गया है। वहीं मजदूरों का कहना है कि मिल प्रबंधन साजिश के तहत मजदूरों पर ठीकरा फोड़कर मिल को बंद कर दिया है। जिससे यहां काम करने वाले हजारों मजदूरों पर रोजगार के संकट का बादल गहरा गया है।
मिल मजदूर यूनियन के नेताओं का कहना है कि इससे पूर्व भी 2017 में मिल को बंद कर दिया गया था। लेकिन विधानसभा चुनाव के समय वर्ष 2020 में मिल को चालू किया गया था। तब से अब तक मिल शांतिपूर्वक चालू था। लेकिन एक बार फिर इसे बंद कर प्रबंधन के बड़े अधिकारी मिल छोड़कर फरार हो गए है। अब उनसे वार्ता करने के लिए वहां कोई अधिकारी भी मौजूद नहीं है। मिल मजदूरों का यह भी कहना है कि मिल प्रबंधन की दलील है कि उत्पादन कम होने की वजह से मिल को बंद किया गया है, जबकि उनका कहना है यह मिल काफी पुराना है। मिल में लगे उपकरण पुराने और जर्जर हो चुके हैं। ऐसे में पुराने और जर्जर मशीन से प्रोडक्शन को बढ़ाना संभव नहीं है। मिल प्रबंधन नए उपकरण और मेंटेनेंस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है और मिल मजदूरों पर ही ठीकरा फोड़ मील को बंद कर दिया है। मिल मजदूरों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्दी ही मिल प्रबंधन और सरकार ने मिल को शुरू नहीं किया तो आगे चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।