गोविंदगंज विधानसभा के पूर्व विधायक व बाहुबली नेता राजन तिवारी को पुलिस ने रक्सौल से किया गिरफ्तार

गोविंदगंज विधानसभा के पूर्व विधायक व बाहुबली नेता राजन तिवारी को पुलिस ने रक्सौल से किया गिरफ्तार
जेटी

डी एन कुशवाहा

रक्सौल पूर्वी चंपारण- भारत- नेपाल सीमा के अंतरराष्ट्रीय शहर रक्सौल के हरैया ओपी पुलिस ने मुख्य पथ स्थित टावर चौक से गोविंदगंज विधानसभा के पूर्व विधायक व बाहुबली नेता राजन तिवारी को गिरफ्तार किया है। वे अपने सहयोगियों के साथ नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित बाबा पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए जा रहे थे, कि गुप्त सूचना मिलते ही हरैया ओपी प्रभारी विवेक कुमार जायसवाल ने टावर चौक से एक लग्जरी गाड़ी में सवार बाहुबली विधायक को चार लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद उत्तरप्रदेश के गोरखपुर कैंट से पहुंचे पुलिसकर्मियों को सौंप दिया गया। उक्त गिरफ्तारी की पुष्टि पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक डा. कुमार आशीष ने की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजन तिवारी पर यूपी पुलिस पर कारबाइन से हमले का आरोप है।इन दिनों यूपी में श्री तिवारी की सक्रियता को देख डीजीपी मुख्यालय ने शिकंजा कस दिया और गिरफ्तारी हो गई।

ज्ञात हो कि विगत 17 वर्षों से वारंट जारी होने के बाद भी श्री तिवारी कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे । राजन तिवारी के संबंध में यह भी बताया जाता है कि गोरखपुर कैंट थाना में वर्ष 1998 में गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसमें पुलिसकर्मियों पर अत्याधुनिक हथियार कारबाइन से फायरिंग करने का आरोप है। जिसमें 14 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए थे। इस मामले में यूपी की अदालत ने वारंट जारी किया था। तब से यूपी पुलिस बाहुबली विधायक की गिरफ्तारी की प्रयास में जुटी थी।इस बाबत हरैया ओपी प्रभारी विवेक कुमार जायसवाल ने बताया कि गोरखपुर कैंट थाना के इंस्पेक्टर शशिभूषण राय एक टीम के साथ इनकी गिरफ्तारी को लेकर रक्सौल पहुंचे थे। जिसके आधार पर रक्सौल हरैया ओपी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गैंगेस्टर कांड के आरोपित श्री तिवारी को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि उनके साथ चालक सहित कुल चार लोग थे। जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।


मिली जानकारी के अनुसार यूपी पुलिस ने राजन तिवारी पर 20 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। गिरफ्तार करने के बाद रक्सौल पुलिस ने यूपी पुलिस को उन्हें सौंप दिया है। गौरतलब हो कि उतर प्रदेश में उनकी सक्रियता देख डीजीपी मुख्यालय ने प्रदेश के 61 माफियाओं की सूची में उनका नाम शामिल कर लिया है। जोन कार्यालय से राजन तिवारी पर दर्ज मुकदमे की जांच शुरू हुई तो पता चला कि गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद भी 17 सालों से वे कोर्ट में पेश नहीं हो रहे हैं। इसके बाद एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने राजन तिवारी को गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश करने के लिए सीओ कैंट श्याम विंद के नेतृत्व में टीम बनाई। इधर राजन तिवारी की गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी सफलता मान रही है। जिसमें प्रभारी निरीक्षक कैंट, एसओजी व सर्विलांस की टीम शामिल थे।

Related Articles

Back to top button