एक नज़र: लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की तरफ

समस्तीपुर::- जिला अंतर्गत कल्याणपुर प्रखंड मुख्यालय परिसर का देखते ही बनता है। क्या दृश्य है प्रखंड परिसर का। लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की जमकर उड़ाई गई है धज्जियां। प्रखंड सह अंचल कार्यालय को छोड़कर जहां नजर दौड़ाएंगे खंडहर ही खंडहर

और शौचालय की तो बात ही मत किजिए साहब। प्रखंड परिसर में निवर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार के समय काल में एक शौचालय निर्माण कार्य आरंभ किया गया था। इस कार्य लेकर मिट्टी का मलवा खुदाई कर पुराने थाना परिसर से आरंभ होकर बीआरसी भवन की तरफ जाने वाली सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया गया। लेकिन दु:ख की बात यह है कि न शौचालय निर्माण पूर्ण हुआ और न ही सड़क पर से मलवा हटा।

अर्धनिर्मित शौचालय

आज उस सड़क का कोई औचित्य ही नहीं रहा। आपको बता दें कि यह सड़क आरटीपीएस, उ०म०विद्यालय, कस्तूरबा विद्यालय, एफ सी आई गोदाम होते हुए बीआरसी भवन को जोड़ती है।

आरटीपीएस कार्यालय पर चढ़ा जंगल

दु:ख की बात यह है कि उक्त शौचालय निर्माण एवं सड़क को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी ने अनभिज्ञता जताई।

पुराने थाना परिसर से बीआरसी भवन जाने वाली सड़क

वहीं पूर्व से निर्मित शौचालय ध्वस्त हो जाने के कारण आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि क्षेत्र के लोग जब अपने कार्य के लिए प्रखंड मुख्यालय पहुंचते हैं और इस दौरान लोगों को शौचालय की आवश्यकता होती है तो उन्हें अपना काम बाधित कर प्रखंड मुख्यालय से दूर एकांत जगह पर जाना पड़ता है, जिसके कारण आम जनता खास तौर पर महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, क्योंकि प्रखंड मुख्यालय परिसर में पिछले कई वर्षों से शौचालय ध्वस्त हो चुका है।

ध्वस्त पड़ा शौचालय

आम जनता का कहना है कि प्रखंड मुख्यालय में अंचलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी बैठते हैं परंतु वर्षों से प्रखंड मुख्यालय परिसर में शौचालय ध्वस्त हो चुका है लेकिन इस पर किसी की नजर तक नहीं पड़ती। जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय आने वाले आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परंतु प्रशासनिक स्तर से कोई खास व्यवस्था नहीं कराई जा रही है। लोगों का कहना है कि वर्षों पहले लाखों की लागत से शौचालय का निर्माण हुआ था परंतु देखरेख के अभाव में इन दिनों पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका है।

प्रखंड परिसर के चारों तरफ जंगल ही जंगल

बता दें कि सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय निर्माण कराने की बात कहते हैं। परंतु प्रखंड मुख्यालय में शौचालय नहीं रहने के कारण लोगों के बीच तरह-तरह की चर्चाएं होती है परंतु अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं जिसके कारण प्रखंड मुख्यालय आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी धर्मवीर कुमार प्रभाकर कुछ भी कहने से कतराते दिखे। पत्रकारों द्वारा पूछे जाने पर उन्होंने डीपीआरओ कार्यालय का रास्ता दिखाया।

वहीं इस संबंध में बीपीआरओ अरुण कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि षष्ठम राज्य वित्त आयोग योजना के तहत प्रखंड मुख्यालय परिसर में आम लोगों के लिए सामुदायिक शौचालय का निर्माण अतिशीघ्र चालू कराई जाएगी। जल्द ही आम जनता के परेशानियों का निराकरण किया जाएगा।

अब देखना यह है कि कब तक जनता परेशान रहती है और प्रखंड परिसर क्षेत्र स्वच्छ होकर चमकती दिखाई देती है।

संपादिकृत ठाकुर वरुण कुमार

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