जिलाधिकारी समस्तीपुर की अध्यक्षता में जल जमाव एवं चौर विकास योजना की समीक्षा बैठक


जे टी न्यूज़

समस्तीपुर: जिलाधिकारी समस्तीपुर की अध्यक्षता में जल जमाव एवं चौर विकास योजना की समीक्षा बैठक की गई।
इस बैठक में नगर आयुक्त नगर निगम समस्तीपुर, अपर समाहर्ता, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, सभी नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी, विशेष कार्य पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता लघु सिंचाई/सिंचाई/बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल/पथ निर्माण विभाग/ग्रामीण कार्य विभाग, जिला मत्स्य पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी उपस्थित थे।
1. जल निकासी की योजना की समीक्षा शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रवार की गई।
2. नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी से जल निकासी की योजना, चिन्हित क्षेत्र, उपलब्ध पंप, पंप की क्षमता, डीपीआर तैयार करने की स्थिति, कार्यों की स्थित, नाला निर्माण, सड़क निर्माण, मास्टर प्लान, नाला उराही की कार्य योजना की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई।
3. नगर निगम समस्तीपुर में कुल 17 योजना कार्यरत है, 42 कार्य योजना के डीपीआर हेतु बुडको को अग्रसारित किया गया है।
4. नगर निकायों को जल निकासी वाले एजेंसियों को एंपानेल करने का सुझाव दिया जिसके सहयोग से जल जाम की स्थिति में ससमय निजात पाया जा सके।
5. ग्रामीण क्षेत्रों में लघु सिंचाई, बाढ़ नियंत्रण, जल संसाधन विभाग एवं अन्य तकनीकी विभागों से डिसिल्टेशन, उड़ाही, नाला निर्माण, कल्वर्ट निर्माण आदि की समीक्षा कार्य क्षेत्रवार की गई।
6. चौर विकास योजना की समीक्षा के क्रम में सभी अनुमंडल क्षेत्र के चौर की सूची की समीक्षा की गई एवं उक्त सूची को मत्स्य पदाधिकारी को दिया गया।
7. साथ निश्चय 2 के तहत वित्तीय वर्ष 2022-23 में मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना हेतु विभागीय पत्र के आलोक में समीक्षा की गई।
8. योजना अंतर्गत 4 क्लस्टर में 33 आवेदन प्राप्त हुआ है।
9. राज सरकार के आत्मनिर्भर बिहार के साथ निश्चित के निश्चित 4 स्वच्छ गांव समृद्धि गांव के बिंदु “पशु एवं मत्स्य संसाधन ओं का विकास” के अंतर्गत निर्दिष्ट राज्य में स्थित चार क्षेत्रों का विकास बड़े पैमाने पर किया जाएगा।
इस योजना के सफल कार्यान्वयन होने से जहां एक तरफ जिला मत्स्य उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा वहीं दूसरी तरफ अतिरिक्त रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकेंगे।
प्रस्तावित योजना का उद्देश्य विकसित एवं अवैध रेत निजी चोर भूमि को विकसित कर मत्स्य पालन योग्य बनाना है।
योजना अंतर्गत चोर भूमि के समीप कित विकास हेतु 3 मॉडल प्रस्तावित है इन मॉडल के तहत तालाब का निर्माण किया जाएगा तथा निकाले गए मिट्टी से बांध एवं संलग्न भूमि को भरा जाएगा। मॉडल के अनुसार तालाब की गहराई एवं बांध की ऊंचाई अलग-अलग है जिसमें लागू की इच्छा अनुसार 1 हेक्टेयर रकबा में न्यूनतम 1 एवं अधिकतम 4 तालाब का निर्माण किया जाएगा।
स्थल चयन उच्चतम बाढ़ स्थल को दृष्टिगत रखते हुए किया जाएगा एवं इनलेट आउटलेट तथा तालाब के बांध की ऊंचाई तदनुसार निर्धारित की जाएगी एवं बांध का मजबूती करण किया जाएगा।
साथ ही चोर क्षेत्र में प्राकृतिक मुख्य निकासी जलमार्ग में किसी तरह का अवरोध उत्पन्न नहीं किया जाएगा योजना के क्रियान्वयन में तकनीकी विषयों का अनुपालन करना अनिवार्य होगा ताकि बाढ़ से संरचना के छाती को रोका जा सके।
10. जिला स्तर पर चोर विकास हेतु निजी चोर भूमिका चेन्नई करण एवं चोर का क्षेत्रफल का आकलन किया जा रहा है, निजी भूमि स्वामियों की सूची तैयार की जा रही है, समूह एवं प्लास्टर का निर्माण किया गया है, आवेदन सृजन की प्रक्रिया चालू है, इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए जिला मत्स्य पदाधिकारी से संपर्क किया जा सकता है 9472191524।

Related Articles

Back to top button