जिलाधिकारी -सह- अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति,अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई आयोजित
जिलाधिकारी -सह- अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति,अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई आयोजित
विष्णुदेव सिंह यादव।मधुबनी।जेटी न्यूज।
जिलाधिकारी -सह- अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि आम लोगों को जागरूक कर सड़क दुर्घटना की संभावना को काफी कम किया जा सकता है। जिलाधिकारी द्वारा यातायात नियमों के प्रति लोगों को नियमित रूप से जागरूक करने हेतु अभियान चलाने का निर्देश जिला परिवहन पदाधिकारी एवम जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया गया। उन्होंने विद्यालय के पठन-पाठन में बच्चों के बीच वाद-विवाद प्रतियोगिता, स्लोगन, पेंटिंग कंपटीशन, विचार गोष्ठी का आयोजन के माध्यम से सड़क सुरक्षा के प्रति बच्चों को जागरूक करने का निर्देश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया। *जिलाधिकारी ने मोटर वाहन अधिनियम अंतर्गत जांच एवं कार्रवाई को सख्ती से लागू करने का भी निर्देश दिया गया।
बैठक में मुख्य रूप से सड़क अतिक्रमण,मरम्मत और जाम की समस्या पर समीक्षा हुई।डीएम के द्वारा नगर निकायों को निर्देश दिया गया कि सड़क अतिक्रमण मुक्त हेतु लगातार अभियान चलाया जाय। साथ ही,बिना निबंधित वाहन परिचालन, ओवरलोडिंग,निर्धारित रूट से इतर वाहन चलाने वाले के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर जुर्माना व जब्ती की कार्रवाई प्रारंभ कराएं।सड़क निर्माण और पुल
निर्माण के अभियंता को निर्देश दिया गया कि सड़क को मोटरेबल रखने हेतु नियमित रूप से साइट का विजिट करें।
उन्होंने जिले में दुर्घटना बाहुल्य वलनरेबल स्पॉट्स एवं ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों पर आवश्यक सुधार एवं यातायात पुलिस कर्मियों की पर्याप्त व्यवस्था आदि हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया ताकि जिले में होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सके। उन्होंने संबधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी खतरनाक एवम ब्लैक स्पॉईई j6ट का स्थल निरीक्षण अनिवार्य रूप से करे। उन्होंने कहा कि अवैध पार्किंग,
ओवरस्पीड करने वाले वाहनों के विरूद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करते हुए उनके चालान काटे जाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए,ताकि शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा सके और और किसी के भी द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन न किया जा सके। अवैध पार्किंग एवं सड़क अतिक्रमण के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही करने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया। बैठक में जिलाधिकारी ने सड़क दुर्घटना में घायलों की तत्काल मदद करने वालो को लोगो को गुड सेमेरिटन के रूप में उनका चयन करने एवं उनके लिए प्रोत्साहन राशि देयता हेतु कार्रवाई का निर्देश सिविल सर्जन को दिया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया की दुर्घटनाग्रस्त को ससमय अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों को प्रोत्साहित करें एवं सम्मानित करने हेतु ऐसे लोगो की सूची जिला परिवहन पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं,ताकि स्वतंत्रता दिवस सहित अन्य आयोजित होनेवाले महत्वपूर्ण समारोह में उन्हें सम्मनित किया जा सके। बैठक में स्कूली वाहनों की जांच, स्वास्थ्य विभाग -शिक्षा विभाग -पंचायती राज विभाग पुलिस एवं यातायात विभाग, पथ निर्माण विभाग ,नगर निगम ,एनएचएआई इत्यादि की भूमिका पर विचार विमर्श किया गया एवं संबंधित विभागों को महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए। इसके पूर्व जिला परिवहन पदाधिकारी ने सड़क सुरक्षा को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में जिस किसी स्थान पर एक से अधिक बार सड़क दुर्घटना घटित हो गई है, उस स्थान पर अचूक रूप से रैंबल स्पीड ब्रेकर का निर्माण करवा जाए। ताकि, पुनः दुर्घटना की पुनरावृति न हो सके।
उन्होंने कहा कि अब लगभग सभी जगहों पर अच्छी सड़कें उपलब्ध हैं। जिसके कारण कुछ नौजवान ओवर स्पीड में वाहन चलाना चाहते हैं। जिससे सड़क दुर्घटना के के खतरे में आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिला परिवहन कार्यालय द्वारा नियमित रूप से हेलमेट की जांच अभियान चलाकर की जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि पुलिस थानों द्वारा औचक रूप से मॉक ड्रिल के रूप में क्षेत्र के अधीन पड़ने वाले स्वास्थ्य केंद्रों पर कॉल कर यह जांच करनी चाहिए कि एंबुलेंस मंगाए जाने पर समय से पंहुच पा रही है या नहीं। इससे उनकी तत्परता का आकलन भी किया जा सकेगा।
उक्त बैठक में नगर आयुक्त अनिल चौधरी, जिला परिवहन पदाधिकारी, शशि शेखरण, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मुख्यालय प्रभाकर तिवारी, विद्यालय परिवहन समिति के सचिव, कैलाश भारद्वाज सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।