Bihar Crime News : गोलियों की तड़तडाहट से थर्राया न्यायालय, दो कैदी जख्मी, तमाशबीन बनी रही पुलिस, इसी बीच भाग गया एक कैदी
गोलियों की तड़तडाहट से थर्राया न्यायालय, दो कैदी जख्मी, तमाशबीन बनी रही पुलिस, इसी बीच भाग गया एक कैदी
जेटी न्यूज।
Bihar Crime News : समस्तीपुर। सोशल मीडिया में अपेक्षाकृत अधिक सक्रिय युवा पुलिस कप्तान विनय तिवारी के चाक चौबन्द सुरक्षा के दावे और समस्तीपुर को अपराध मुक्त जिला बनाने की कोशिश को अपराधी खुलेआम चुनौती देने लगे हैं। अपराधियों का मनोबल इस हद तक बढा है कि वे कोर्ट परिसर में भी गोलीबारी से बाज नहीं आते। इसी कड़ी में शनिवार दोपहर पहले सै घात लगाए बदमाशों ने पेशी को आये दो कैदियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर हथियार लहराते हुए काशीपुर की ओर भाग गये। जिसमें दोनों कैदी घायल हो गए।
घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी विनय तिवारी के साथ साथ सदर डीएसपी संजय पांडे मौके पर पहुंचे और मामले की जांच में जुट गए। एसपी ने बताया कि इस घटना के पीछे शराब तस्करों के सिंडिकेट का हाथ हो सकता है। पुलिस की टीम सभी बिंदुओं की जांच कर रही है। श्री तिवारी ने कहा कि एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर दिया गया है। 24 घंटे में अपराधी गिरफ्तार कर लिये जायेंगे। घायल कैदियों की पहचान शराब मामले में जेल में बंद कैदी प्रभात चौधरी और प्रभात तिवारी के रूप में हुई है। कैदी प्रभात चौधरी को दो गोली लगी है, एक कंधे पर दूसरी जांघ पर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं फरार कैदी का विवरण नहीं मिल सका है।
बताया जा रहा है कि दोनो कैदियों को पेशी के बाद लाया जा रहा था। इसी बीच तीन लोगों ने उसपर गोलियां चलानी शुरू कर दी। दोनों पर पांच राउन्ड गोली चलाई गयी। घटना के बाद कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग करने के बाद तीनों बदमाश फरार हो गया। इसी दरम्यान मौका देख कर एक कैदी भागने में सफल रहा। सूत्रों की मानें तो इस घटना में एक पुलिस कर्मी के जख्मी होने की भी खबर है। इस दौरान मौके पर उपस्थित लोग और दर्जनों की संख्या में तैनात पुलिसकर्मी तमाशबीन बनी रही। घायलों को आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां दोनों का इलाज चल रहा है। इस दौरान प्रभात चौधरी ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस प्रशासन हमारी हत्या करवाना चाहती है।
कैदी प्रभात चौधरी के अधिवक्ता चंदन कुमार ने बताया कि शनिवार को शराब बरामदगी मामले में उसकी पेशी थी। उसे कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था। कोर्ट में उसकी पेशी हो गई थी। इसके बाद पुलिस उसे कैदी हाजत की ओर ले जा रही थी। इसी दौरान फायरिंग की घटना घटी। उन्होंने कोर्ट की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस बल तैनात होने के बावजूद बदमाश हथियार लहराते हुए फरार कैसे हो गए।
यूं भी कोर्ट परिसर में गोली चलने की पहली घटना नहीं है। प्रत्यक्ष दर्शियों में चर्चा है कि एसपी साहब मोबाइल और मोटरसाइकिल बरामदगी में व्यस्त हैं, उनकी अधिकांश पुलिस को शराब बरामद करने से फुर्सत नहीं। कहने को तो कोर्ट परिसर में पुलिस बल तैनात है मगर महज ड्युटी की औपचारिकता निभाने भर केलिए। ऐसे में कोर्ट परिसर मे गोली चलना और कैदी का भाग जाना आश्चर्य जनक घटना कैसे है।