जनकपुर मंदिर घूमने गई बुजुर्ग महिला को एसएसबी ने उनके बेटे से मिलवाया

जनकपुर मंदिर घूमने गई बुजुर्ग महिला को एसएसबी ने उनके बेटे से मिलवाया

जे टी न्यूज़, पिपरौन:

एसएसबी 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल जयनगर के कार्यक्षेत्र में बाह्य सीमा चौकी पिपरौन के चेक पोस्ट पर अनजान बुजुर्ग महिला अपने साथियों से बिछ्ड गई थी। यह महिला भारत से नेपाल जनकपुर मंदिर घूमने आयी थी इस दौरान महिला दिनांक 18/12/2023 को अपने साथियों से अलग होकर नेपाल की शांति पुनस्थपना ग्रह (NGO) को मिली है। नेपाल के शांति पुनस्थापना गृह (NGO) के रीना कुमारी झा और बीनु गिरि ने बताया कि यह बुजुर्ग महिला को अपने संरक्षण में दिनांक 18/12/2023 से 20/12/2023 दो दिनों तक रखा गया है । बुजुर्ग महिला का नाम पदनामिया पति सुखल (उम्र- 70 वर्ष) भगवानपुर, नौटर जुंगल, गेथिहवा, कुशीनगर, उत्तर प्रदेश-274802. इनके पास रखे हुये आधार कार्ड से पहचाना गया है। उपरोक्त बुजुर्ग महिला को समवाय प्रभारी पिपरौन एवं शांति पुनस्थपना ग्रह (NGO) नेपाल के मौजूदगी में बुजुर्ग महिला के बेटे मोहन पुत्र लालचन, कुशीनगर और एक अन्य देवराज पुत्र प्रकाश, कुशीनगर को सुपुर्द किया गया है ।

उपरोक्त संदर्भ के अनुसार चन्द्र शेखर द्वितीय कमान अधिकारी, कार्यवाहक कमांडेंट 48वीं वाहिनी जयनगर ने बताया कि सशस्त्र सीमा बल के आदर्श वाक्य सेवा सुरक्षा और भाईचारा को मध्य नजर रखते हुए सशस्त्र सीमा बल के जवान विभिन्न हिस्सों में कर्तव्य के लिए तैनात है

जैसे आंतरिक सुरक्षा एवं सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले लोगों के मध्य, सुरक्षा की भावना, सीमा पार से होने वाले अपराधों को रोकना,तस्करी व अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों को रोकना | इसी तरह सीमा सुरक्षा के साथ-साथ हम सीमा क्षेत्र के गावों में समय-समय पर सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन भी करते है जिसका मुख्य उद्देश्य सीमा क्षेत्र में रहने वाले लोगों के जीवन में विकास एवं राष्ट्र के प्रति जागरूक करना है।

Related Articles

Back to top button