* कागज नहीं दिखाएंगे- गांव, टोला में जाकर समझाऐंगे- दीपंकर* हरियाली के लिए नीतीश का आंसू घड़ियाली- दीपंकर

* कागज नहीं दिखाएंगे- गांव, टोला में जाकर समझाऐंगे- दीपंकर
* हरियाली के लिए नीतीश का आंसू घड़ियाली- दीपंकर


समस्तीपुर 2 फरवरी’20 जिला समाहरणालय के समक्ष नागरिकता कानून के खिलाफ 10 जनवरी से शुरू सत्याग्रह आंदोलन रविवार को 24 वें दिन भी जारी रहा। इसे बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव का० दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि अपना डिग्री नहीं दिखाने वाले जनता को कागज दिखाने के लिए कह रहे हैं।

मोदी सरकार महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, कालाधन, गिरती अर्थव्यवस्था आदि से ध्यान भटकाने के लिए जनता के बीच जानबूझकर भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। एक सदन में कहते हैं एनआरसी लाएंगे और दूसरे रामलीला मैदान में कहते हैं एनआरसी नहीं लाएंगे। उन्होंने कहा कि यह शर्म की बात है कि सरकार नागरिकता कानून के बारे में झूठ बोलकर महात्मा गांधी को घसीट रही है।

सरकार जानबूझकर साहिनबाग के आंदोलन को बदनाम कर रही है। सरकार को जबाब देते हुए देश की जनता ने देश में सैकड़ों शाहीनबाग तैयार कर लिए। दीपंकर ने कहा कि दिल्ली में भाजपा के मंत्री गोली मारो कहते हैं और पहले से तैयार बैठे संघ एवं हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ता तमंचा लेकर गोली मारते फिर रहे हैं और बेशर्म की तरह भाजपा सरकार उसे बचाने की कोशिश में लगी रहती है। उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून से ज्यादा बिहार और बंगाल के लोग प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि जो लोग जगे हुए हैं वे लड़ रहे हैं और हमें सोए हुए लोगों को भी जगाना है।

बिहार के नीतीश कुमार को कुर्सी कुमार बताते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश भाजपा की बी टीम हैं। उन्होंने कहा कि हरियाली के नाम पर नीतीश घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। जानबूझकर गरीब- भूमिहिनों को पोखरे की भिंड से उजाड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नागरिकता आंदोलन न थेकेगी, न रुकेगी और न ही झूकेगी। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासी भाजपा को भगा रहे हैं और साल के अंत में बिहारवासी भी जदयू- भाजपा को भगाऐंगे।

उन्होंने 25 फरवरी को नागरिकता कानून के खिलाफ विधान सभा में प्रस्ताव पारित कराने को लेकर विधानसभा घेराव में भाग लेने के लिए जिलेवासी को आमंत्रित किया। उनके साथ माले पोलिट ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, केंद्रीय कमिटी सदस्य राजाराम, राज्य स्थाई समिति सदस्य बैजनाथ यादव, जिला सचिव प्रो० उमेश कुमार भी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेम प्रकाश शर्मा, मोहम्मद अख्तर एवं फूल बाबू सिंह की तीन सदस्यीये अध्यक्षमंडल ने की।संचालन इन्द्रदेव झा एवं बंदना सिंह ने बारी- बारी से किया। जगदीश राय, सुरेंद्र प्रसाद सिंह,जीबछ पासवान, प्रमिला राय, उपेंद्र राय, रामभरोस राय, अधिवक्ता सुशील कुमार, श्यामसुंदर,डॉ प्रभात कुमार, महावीर पोद्दार, फैजुर रहमान फैज, रजीउल इस्लाम, खालिद अनवर, पप्पू खां, सैयद नौशाद अख्तर, सारीकअब्दुल्ला, मोहम्मद मेराज, सादमान, खुर्शीद खैर आदि ने भी सभा को संबोधित किया। तत्पश्चात कामरेड दीपांकर ने पंडाल में जाकर महिला- पुरूष सत्याग्रही से मिलकर उनका हौसला अफजाई किया। उन्होंने जारी सत्याग्रह आंदोलन में हर स्तर पर सहयोग देने का वादा किया। लोगों के सैलाब को देखते हुए संविधान बचाओ संघर्ष समिति के तमाम कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग में लगे रहे। जोरदार नारा लगाते हुए माला पहनाकर माले महासचिव का० दीपंकर को सत्याग्रही ने सत्याग्रह स्थल से विदा किया।

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