कोविड जांच की संख्या में बढ़ोतरी जरूरी -जिलाधिकारी 

कोविड जांच की संख्या में बढ़ोतरी जरूरी -जिलाधिकारी 

जे टी न्यूज, मधुबनी : जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष, जिला स्वास्थ्य समिति अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभागीय मासिक समीक्षात्मक बैठक समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित की गई।, जिसमें सिविल सर्जन सह सदस्य सचिव, जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी,

 

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, मधुबनी, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, स्वास्थ्य, मधुबनी, सभी सलाहकार, जिला स्वास्थ्य समिति, मधुबनी, सभी अधीक्षक/उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक द्वारा भाग लिया गया। बैठक में निम्नलिखित कार्यक्रमों की समीक्षा की गईः-

 

1. *जिलाधिकारी द्वारा सभी को अवगत कराया गया कि अन्य राज्यों/जिला में कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्त्तमान में बिहार राज्य में भी दो मामला प्रतिवेदित होने की जानकारी प्राप्त हुई है। इसके रोक-थाम एवं उपचार हेतु पूर्व तैयारी किया जाना अत्यावष्यक है। इस हेतु कोविड जॉच की संख्या में बढ़ोत्तरी किया जाय।

2. गर्भवती महिलाओं का निबंधन, प्रसव पूर्व जॉच की समीक्षा की गई। गर्भवती महिलाओं के निबंधन में जिला की औसत उपलब्धि 114 प्रतिशत तथा प्रसव पूर्व जॉच में जिला की औसत उपलब्धि 84 प्रतिषत पाया गया। सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को निदेष दिया गया कि वे 10-10 सेशन साईट का निरीक्षण कर यह सुनिष्चित करेंगे कि ए0एन0एम0 द्वारा टीकाकरण का कार्य करते हुए गर्भवती महिला का आई0डी0 जेनरेट किया जा रहा है अथवा नहीं। साथ ही, प्रत्येक गर्भवती माताओं का आई0डी0 जेनरेषन कर एम0सी0पी0 कार्ड पर अंकित करते हुए ऑगनबाड़ी सेविका को भी उपलब्ध कराया जाय।

 

3. गर्भवती महिलाओं को वितरण करने वाले आई0एफ0ए0 टेबलेट एवं कैल्षियम टेबलेट की समीक्षा की गई, जिसमें आई0एफ0ए0 टेबलेट वितरण में जिला का औसत उपलब्धि 89 प्रतिषत तथा कैल्षियम टेबलेट की वितरण में जिला का औसत उपलब्धि 89 प्रतिषत पाया गया। इस संबंध में निदेष दिया गया कि आषा एवं ए0एन0एम0 को निदेषित किया जाय कि गर्भवती महिलाओं को आई0एफ0ए0 एवं कैल्षियम टेबलेट शत-प्रतिषत उपलब्ध कराया जाय। साथ ही कम उपलब्धि स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों उपलब्धि बढ़ाने का निदेष दिया गया।

4. संस्थागत प्रसव की समीक्षा में पाया गया कि इसमें जिला का औसत उपलब्धि 46 प्रतिषत से बढ़कर 48 प्रतिषत हुई है। इस संबंध में निदेष दिया गया कि बी0सी0एम0 आषावार उपलब्धि की समीक्षा करें तथा किन आषा कार्यकर्त्ता के द्वारा कहॉ प्रसव कराया गया, इसकी सूची तैयार करें। जिला स्तर से विडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की जाय तथा होम डेलीवरी कम हो, इस हेतु प्रयास किया जाय। ऐसे आषा एवं ए0एन0एम0 को चिन्हित किया जाय, जिसके द्वारा गर्भवती महिलाओं को बिना किसी विषेष कारण से निजी नर्सिंग में प्रसव हेतु भेजा जाता है तथा उनके विरूद्ध कठोर अनुषासनिक कार्रवाई की जाय।

 

5. ब्.ैमबजपवद की समीक्षा में पाया गया कि मात्र सदर अस्पताल, मधुबनी में ब्.ैमबजपवद की सुविधा उपलब्ध है तथा एक ब्.ैमबजपवद अनुमंडलीय अस्पताल, झंझारपुर में किया गया है। इस संबंध में सभी उपाधीक्षक, अनुमंडलीय अस्पतालोें को निदेष दिया गया कि अनुमंडल स्तर पर अगले तीन माह में कम से कम चार-चार ब्.ैमबजपवद किया जाय। उक्त कार्य में डा0 मुकेष कुमार, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, झंझारपुर द्वारा सहयोग किया जायेगा।

6. ओ0पी0डी0 की समीक्षा में पाया गया कि इसमें जिला की औसत उपलब्धि 85 प्रतिषत है। इस संबंध में निदेष दिया गया कि अस्पताल आने वाले मरीजों को सरकार द्वारा उपलब्ध सभी मूलभूत सुविधाएॅ उपलब्ध कराई जाय। कम उपलब्धि प्राप्त करने वाले नीचे से पॉच स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछने का निदेष दिया गया।

7. सदर अस्पताल, मधुबनी में संचालित एस0एन0सी0यू0 की समीक्षा की गई, जिसमें पाया गया कि माह नवम्बर में 100 बच्चे भर्ती हुए, जिसमें से 25 बच्चों को रेफर किया गया। चुकि एस0एन0सी0यू0 में विषेषज्ञ चिकित्सक पदस्थापित है, फिर भी बच्चे को ईलाज हेतु अन्यत्र भेजा जाना यथोचित नहीं है। इस संबंध में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निदेष दिया गया कि आवष्यकतानुसार नवजात बच्चें को एस0एन0सी0यू0 सुसज्जित एम्बुलेंस से ही भेजेंगे तथा भेजने के पूर्व बच्चें को ैजंइपसप्रम करेंगे।

8. परिवार कल्याण कार्यक्रम की समीक्षा में पाया गया कि च्च्प्न्ब्क् में जिला का औसत उपलब्धि 74 प्रतिषत तथा च्च्ै में जिला का औसत उपलब्धि 26 प्रतिषत है। इस संबंध में निदेष दिया गया कि पी0पी0एस0 की संख्या में बढ़ोत्तरी किया जाय तथा जिस संस्थान में सर्जन नहीं है, उस स्वास्थ्य संस्थान को अन्य संस्थान से सम्बद्ध किया जाय, जहॉ सर्जन उपलब्ध है।

9. म.ज्मसमउमकपबपदम की समीक्षा के क्रम में पाया गया कि मात्र पॉच चिकित्सकों का उपलब्धि अच्छा है तथा अन्य चिकित्सकों का उपलब्धि बहुत ही कम है, जिसमें डा0 चान्दनी कुमारी, डा0 सुष्मिता कुमारी एवं डा0 मोनाजीर हसन की उपलब्धि शून्य प्रतिवेदित है। इस संबंध में अध्यक्ष महोदय द्वारा निदेष दिया गया कि उक्त चिकित्सकों से स्पष्टीकरण पूछते हुए वेतन स्थगित किया जाय।

10. आयुष्मान भारत की समीक्षा के क्रम में निदेष दिया गया कि लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड बनाये जाने की संख्या में बढ़ोत्तरी किया जाय तथा लाभार्थियों को अस्पतालों में इसका लाभ दिया जाय। इससे प्राप्त राषि को अस्पताल के क्मअमसवचउमदज में तथा चिकित्सकों एवं कर्मियों को प्रोत्साहन राषि के रूप में दिया जाय।

11. हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर की समीक्षा के क्रम में निदेष दिया गया कि जहॉ से रिर्पोंटिग नहीं किया जाता है, उन संस्थानों को ससमय रिर्पोंटिंग करने हेतु निदेषित किया जाय।

12. नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में ब्वउचसमजम प्रतिरक्षण में जिला की उपलब्धि मात्र 81 प्रतिषत पायी गई। इनकी समीक्षा के क्रम में पाया गया कि अधिकांष स्वास्थ्य संस्थानों में आषा के द्वारा सर्वे रजिस्टर अपडेट नहीं किया गया जाता है, जिसके कारण अद्यतन ड्यू लिस्ट तैयार नहीं हो पाता है, जिसके कारण टीकाकरण में कुछ बच्चें वंचित रह जाते है।

13. अध्यक्ष महोदय द्वारा निदेष दिया गया कि जो स्वास्थ्य संस्थान अतिक्रमित है तो उसको अतिक्रमण मुक्त कराने हेतु अंचलाधिकारी को पत्र लिखें तथा संबंधित पर प्राथमिकी दर्ज करायें। साथ ही निदेष दिया गया कि सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आगामी बैठक से पूर्व प्रमाणपत्र देंगे कि उनके क्षेत्रान्तर्गत कोई भी स्वास्थ्य संस्थान अतिक्रमित नहीं है।

14. अध्यक्ष महोदय द्वारा निदेष दिया गया कि जख्म प्रतिवेदन ससमय उपलब्ध नहीं कराय जाता है, इसे 24 घंटे के अन्दर तैयार कर थाना को उपलब्ध कराया जाय। साथ ही, थाना प्रभारी के वाट्सएप पर भी जख्म प्रतिवेदन भेजा जाय।

15. अध्यक्ष महोदय द्वारा निदेष दिया गया कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों में सतरंगी चादर, कम्बल आदि की उपलब्धता सुनिष्चित किया जाय। साथ ही, साफ-सफाई, दवा, पथ्य आपूर्ति तथा रोस्टर के अनुसार चिकित्सक एवं कर्मी की उपलब्धता भी सुनिष्चित करेंगे।

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