महान स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सांसद ,विख्यात वामपंथी चिंतक 

महान स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व सांसद ,विख्यात वामपंथी चिंतक

जे टी न्यूज़, मधुबनी(राजू प्रसाद):

सामाजिक न्याय , शोषण उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष एवं आंदोलन के पुरोधा ,राष्ट्रीय किसान आंदोलन के नेतृत्वकर्ता रहे स्मृतिशेष भोगेंद्र झा के 15 वीं स्मृति दिवस पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, मधुबनी जिला कार्यालय शहीद भवन परिसर में श्रद्धांजलि सह संकल्प सभा आयोजित किया गया । पार्टी जिला परिषद सदस्य जुबेर अंसारी की अध्यक्षता में हुई श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय परिषद सदस्य एवं जिला मंत्री मिथिलेश झा ने कहा तत्कालीन दरभंगा जिला एवं गठित मधुबनी जिला में भोगेंद्र झा , गंगाधर दास ,चतुरानन मिश्रा ,मांझी साहू ,

श्रीमोहन झा , राजकुमार पूर्वे , तेजनारायण झा , प्रयाग लाल यादव , सूर्यनारायण मिश्र ,वैद्यनाथ यादव , शहाबुद्दीन अंसारी , सूर्यदेव सिंह , सुभगलाल यादव , उत्तीम बनरैत , बटुकेश्वर झा सहित कई वामपंथी आंदोलन कर्ताओं के नेतृत्व में संघर्ष हुए ।

जमींदारी जुल्म , सामंती शोषण , भूमि आंदोलन के साथ साथ वर्ग संघर्ष में शहीद पलटू यादव , संत खतवे , नूजी अमातिन , संतु महतो , जीबछ मुखिया , काशीनाथ झा सहित दर्जनों कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं ने अपनी शहादत दी।

भोगेंद्र झा के नेतृत्व एवं मार्ग दर्शन में मिथिलांचल सहित पूरे बिहार में किसानों एवं मजदूरों के सवाल पर आंदोलन किए गए । जिला मंत्री ने कहा भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी का संघर्ष का ही परिणाम है की मिथिलांचल में विभिन्न नहर परियोजनाओं का जाल बिछा हुआ है । आज भी उस अधूरे सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने का आंदोलन तेज करने की आवश्यकता है ।

भोगेंद्र झा बिहार को बाढ़ सूखा एवं बिजली संकट से स्थाई समाधान हेतु बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण के लिए संसद के अंदर एवं सड़क पर भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के राजनीतिक आंदोलन का नेतृत्व करते रहे । आज भी उस आंदोलन को तेज करने की आवश्यकता है । कृषि प्रधान बिहार के विकास के लिए हाई डैम निर्माण एवं कृषि आधारित उद्योग की स्थापना की लड़ाई भाकपा का मुख्य उद्देश्य रहा है ।

उन्होंने कहा केंद्र सरकार बिहार का उपेक्षा कर रही है । देश को दो धारा में बांटकर सत्ता हासिल करने के लिए धर्म का इस्तेमाल करने बीजेपी का मुख्य मुद्दा है । राम ,हनुमान , सीता ,कृष्ण जिन्हे भगवान कहा जाता है उसके पूजा आराधना का अधिकार देश के सभी उस संप्रदाय से जुड़े लोगो का है वैसे ही जैसे मस्जिद में नमाज अदा करने का , चर्च में प्रार्थना करने का , गुरुद्वारा में लंगर चलाने का अधिकार संबंधित धर्मावलंबियों का है ।

मंदिर मस्जिद के नाम पर शासन के तंत्र का इस्तेमाल करते हुए सरकारी संपदाओं एवं राशि का गलत उपयोग किया जाता है । देश में बेरोजगारी , महगाईं, असुरक्षा एवं आक्रोष में वृद्धि हो रही है परंतु केंद्र सरकार उन सभी मुद्दों से आम लोगों का ध्यान भटकाने के लिए धर्म का सहारा ले रही है ।

श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में राष्ट्रीय परिषद सदस्य राजश्री किरण , राज्य परिषद सदस्य उपेंद्र सिंह, कृपानंद आजाद, लक्ष्मण चौधरी , रामनारायण यादव, सूर्यनारायणं यादव ,राकेश कुमार पांडेय , बालकृष्ण मंडल ,सूर्यनारायण महतो , किसान सभा के राज्य सचिव मनोज मिश्र , सचिव मंडल सदस्य जामुन पासवान , बेनीपट्टी अंचल मंत्री आनंद कुमार झा, बिस्फी अंचल मंत्री महेश यादव , जयनगर अंचल मंत्री रामनारायण बनरैत , मधुबनी शहर मंत्री मोतीलाल शर्मा, रहिका अंचल मंत्री अमरनाथ यादव, नौजवान संघ के जिला सचिव संतोष झा , ए आई एस एफ के जिला संयोजक करण कुमार , ए आई टी यू सी के जिला महासचिव सत्यनारायण राय, मंतोर देवी ,शांति देवी , तिरपीत पासवान , मधेपुर अंचल मंत्री मदन मिश्र ,झंझारपुर अंचल मंत्री श्याम नरेश यादव, छेदी पासवान , पंडौल अंचल मंत्री हरिलाल सदाय, हरिणाथ यादव ,मंगल राम ,उमेश कुमार पांडेय, अनिल कुमार झा , जयनगर शहर मंत्री श्रवण साहू ,शिवजी पासवान , शिवनारायण यादव सहित कई पार्टी कार्यकर्ता भाग लिए।

श्रद्धांजलि देते हुए पार्टी नेताओं ने कहा भोगेंद्र झा एवं भाकपा के आंदोलन के बदौलत मिथिला विश्वविद्यालय , संस्कृत विश्वविद्यालय , जयनगर समस्तीपुर बड़ी रेल लाईन जैसे कार्यों को अंजाम तक पहुंचाया गया । भोगेंद्र झा ने संसद में पहली बार मातृभाषा मैथिली में सपथ ग्रहण करते हुए एक इतिहास कायम किया । मैथिली भाषा की अष्टम अनुसूची में नाम दर्ज करने एवं विभिन्न पब्लिक सेवा आयोग में मैथिली को वैकल्पिक विषय की सूची में रखने के लिए संसद के अंदर एवं बाहर सड़क पर लगातार आंदोलन कर सरकार पर दबाब बनाने का काम किए परिणामस्वरूप मैथिली को अष्टम अनुसूची में नाम दर्ज करने पर मजबूर होना पड़ा।

वक्ताओं ने कहा आज जब हम स्मृति शेष भोगेंद्र झा को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे है तो जरूरत है भाकपा के संगठन को आंदोलन मुखी बनाया जाय । बिहार का विकास बहुउद्देशीय हाई डैम निर्माण कार्य को पूरा किए वैगेर नही किया जा सकता है । भाकपा इस आंदोलन की धारदार बनाते हुए उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लेती है ।

 

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