रालोसपा सुप्रीमो पहुंचे मोतिहारी के शाहीन बाग, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में अपना समर्थन देने।
रालोसपा सुप्रीमो पहुंचे मोतिहारी के शाहीन बाग, नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन में अपना समर्थन देने*
जेटी न्यूज- सनोज कुमार।
मोतिहारी (पू०च०)::- राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा मोतिहारी के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून 2019 के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के 56 में दिन अपना समर्थन देने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा, रोजगार एवं स्वास्थ्य आदि पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि आज शिक्षा रोजगार एवं स्वास्थ्य की काफी बुरी स्थिति है यही कारण है कि सत्ताधारी पार्टियों ने सोचा कि कुछ ऐसा किया जाए कि जनता इन्हीं सब चीजों में उलझ कर रह जाए इसलिए CAA नया गया है एवं इसमें इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार में स्कूल बंदी सिर्फ आज से ही नहीं बल्कि कोरोना वायरस संक्रमण के पहले से ही शिक्षकों ने वेतनमान के लिए हड़ताल चला रखा है उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मांग भी जायज है क्योंकि एक ही जगह एक ही तरह के काम करने वाले को अलग अलग तरह का वेतन नहीं दिया जा सकता है।
उनके साथ वेतन में भेदभाव नहीं किया जा सकता है।उन्होंने हड़ताली शिक्षकों को अपना समर्थन देते हुए कहा कि मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर आप लोगों ने इस सरकार से कुछ उम्मीद कर रखा है तो उस उम्मीद को छोड़ दीजिए।
इसके साथ ही उन्होंने 2020 चुनाव के बाद महागठबंधन की संभावित सरकार की ओर इशारा करते हुए हड़ताली शिक्षकों को कहा कि आगे आने वाले दिनों में जो दूसरी सरकार आएगी वह आपकी समस्या का निदान करेगी।
रालोसपा सुप्रीमो ने दिल्ली चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों ने दिखा दिया है कि सिर्फ अनर्गल बातें करके, सिर्फ भावनात्मक मुद्दों को उठाकर के सरकार में नहीं रहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिनको भी सरकार में रहना है उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे बुनियादी विषयों पर काम करना पड़ेगा, ऐसा दिल्ली को लोगों ने संदेश दिया है।
मोतिहारी में नागरिकता संशोधन कानून 2019 के खिलाफ चल रहे आंदोलन के 56 वे दिन सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने आंदोलनकारियों को लगे हाथ एक नसीहत भी दी। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि आप सिर्फ CAA, NPR, NRC के खिलाफ आंदोलन ना करें क्योंकि यह तो सत्ताधारी पार्टियों की साजिश है ताकि लोग इसी में उलझे रहें और शिक्षा, रोजगार एवं स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं ना मांग सकें इसलिए मैं आप लोगों से अपील करना चाहता हूं कि आप सभी इसमें शिक्षा चाहिए, नौजवानों के लिए रोजगार चाहिए, गरीबों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं चाहिए भी शामिल कीजिए।
उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रुके उन्होंने आंदोलन में शामिल लोगों से नारे भी लगवाए कि हमारे साथ साथ बोलिए CAA नहीं लेकिन शिक्षा चाहिएNPR नहीं लेकिन नौजवानों के लिए रोजगार चाहिएNRC नहीं लेकिन गरीबों के लिए अच्छी स्वास्थ्य सुविधा चाहिए।
NPR के लिए कागज नहीं दिखाएंगे…उपेंद्र कुशवाहा यहीं नहीं रुके उन्होंने बिहार सरकार के एनपीआर के निर्णय पर कटाक्ष करते हुए कहां की एनपीआर पर मेरा व्यक्तिगत मत है कि चाहे कोई कुछ भी कर ले हम कागज नहीं दिखाएंगे कोई भी जानकारी हम नहीं देंगे।अंत में उन्होंने अनशनकारियों का हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप स्वयं को अकेला मत मानिएगा उपेंद्र कुशवाहा एवं उनकी पार्टी हमेशा आपके साथ हैं। अगर आप कागज नहीं दिखाएंगे तो उपेंद्र कुशवाहा भी अपना कागज नहीं दिखाएगा क्योंकि यह लड़ाई किसी धर्म विशेष की लड़ाई नहीं है बल्कि हिंदुस्तान की लड़ाई है देश को बचाने की लड़ाई है गरीबों के हक मारी को रोकने की लड़ाई है इस लड़ाई में हम सब आपके साथ हैं और आगे भी रहेंगे।कुल मिलाकर देखा जाए तो मोतिहारी शाहीन बाग के अनशन स्थल से उपेंद्र कुशवाहा एक तीर से कई शिकार करने में सफल हुए जहां एक ओर उन्होंने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी नीतीश कुमार के खिलाफ हल्ला बोला तो वही यह भी साफ कर दिया कि यदि आप नीतीश कुमार को मजबूत करते हैं तो एन केन प्रकारेण इससे भाजपा ही मजबूत होगी अर्थात उन्होंने नीतीश कुमार उस वोट बैंक पर प्रहार किया जो नागरिकता संशोधन कानून 2019 के बिहार में न लागू किए जाने के नीतीश कुमार के फैसले में ही अपना भविष्य देख रहे हैं।