मां के मंदिर का खुला पट दर्शन को जुटे श्रद्धालु

मां के मंदिर का खुला पट दर्शन को जुटे श्रद्धालु

जे टी न्यूज़, मधुबनी(राजू प्रसाद): वसंत नवरात्रि के सातवे दिन शुक्रवार को बेल तोड़ी के उपरांत मां को नेत्र दिया गया। मां को नेत्र देने के बाद जिले के विभिन्न चैत्री दुर्गा मंदिर का पट मां के दर्शन के लिए खोल दिया गया। सोमवार कोव मां कालरात्रि की विधिवत पूजा यानि निशा पूजा की गई। शहर के सुड़ी हाई स्कूल परिसर में बने चैत्री नवदुर्गा पूजा समिति की ओर से 41 वें पुजनोत्सव को भव्य रूप से मनाया जा रहा है। पूजा समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार चौधरी व कार्यकारणी अध्यक्ष सतीश मेहठा ने बताया कि विगत दो साल से कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखी जा रही थी। लेकिन इस वर्ष मातारानी की कृपा से श्रद्धालुओ का उत्साह देखने लायक है।


माता का पट खुलते ही दर्शन के लिए श्रद्धालुओ की भीड़ जुटने लगी। मां कालरात्रि की पूजा करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं। मां कालरात्रि की पूजा से शनिदेव भी शांत होते हैं। मां कालरात्रि की पूजा जीवन में आने वाले संकटों से रक्षा करती हैं। साथ ही, शत्रु और दुष्टों का संहार करती हैं। मां कालरात्रि की पूजा करने से तनाव, अज्ञात भय व बुरी शक्तिओं दूर होता है। मां का रंग कृष्ण वर्ण है। इनके इसी वर्ण के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहा जाता है। मां कालरात्रि की यदि स्वरूप की बात करे तो इनके 4 भुजाएं हैं। पौराणिक कथा के अनुसार असुरों के राजा रक्तबीज का संहार करने के लिए दुर्गा मां ने मां कालरात्रि का रूप लिया

Related Articles

Back to top button