विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया
विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया।
जे टी न्यूज, ताजपुर/समस्तीपुर: डॉ. लोहिया कर्पूरी विश्वेश्वर दास महाविद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य डॉ.प्रभात रंजन कर्ण की अध्यक्षता में अंग्रेजी विभाग द्वारा विश्व शेक्सपीयर दिवस मनाया गया।इसके आयोजन सचिव डॉ.दुर्गा पटवा है। प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में बताया की शेक्सपीयर अत्यंत उच्च कोटी की सृजनात्मक प्रतिभा, कला के नियमों के ज्ञाता थे। उन्हें प्रकृति का वरदान था उन्होंने जिधर देखा उधर ज्ञान भर दिया। उनकी रचनाऐं विश्ववांमय की अमर विभूति है।उनकी कल्पना जितनी प्रखर थी जीवन का अनुभव भी उतना ही गंभीर था इसलिए उनकी रचनाओं से हमें गंभीर जीवन दर्शन प्राप्त प्राप्त होता है। उनका जीवन अनुभव यह है कि इन्होंने पहले छोटे से रंगशाला में काम किया उसके पश्चात लार्ड चेंबरलेन कम्पनी के सदस्य बन गए जिससे उन्होंने लंदन की प्रमुख रंगशालाओं मे अभिनय किया।उनका कहना था “प्रत्येक व्यक्ति को अपने आचरण का परिणाम धैर्यपूर्वक सहना चाहिए”।”मैं अपने उत्तर से आपको संतुष्ट करने के लिए बाध्य नहीं हूँ।”, “मैने समय नष्ट किया और अब समय मुझे नष्ट कर रहा है।” आदि।
वहीं दूसरी ओर *वनस्पति विज्ञान* विभाग द्वारा डॉ. संजीव कुमार विद्यार्थी के संयोजकत्व में *”विश्व पृथ्वी दिवस”* मनाया गया जिसमें प्रधानाचार्य ने सभी से आग्रह किया कि पेड़ पौधे लगाए । संयोजक ने बताया की हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस (World Earth Day) मनाया जाता है।इस बार अर्थ डे की खास थीम है प्लानेट बनाम प्लास्टिक।आइये धरती को सुरक्षित बनाने की शुरुआत हम अपने घर से करें और किचन से प्लास्टिक की हानिकारक चीजों को निकालकर फेंक दें।
प्लास्टिक न सिर्फ हमारी धरती और पर्यावरण को प्रदूषित कर रही है बल्कि इससे हमारी सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है । आजकल ज्यादातर घरों में प्लास्टिक से बनी चीजों का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्टोरेज के लिए बॉक्स हों या फिर पानी को बोतल टिफिन हों या फिर चॉपर बोर्ड हर चीज प्लास्टिक से बनी है। सब्जी खरीदने जाएं तो प्लास्टिक की पॉलिथीन और प्लास्टिक के बैग मिलते हैं।ये सबसे ज्यादा पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।पृथ्वी को साफ और सुरक्षित रखने के लिए हर साल 22 अप्रैल को विश्व पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।प्लास्टिक की चीजों से धरती ही नहीं बल्कि हमारी सेहत को भी नुकसान हो रहा है।मौक़े पर निशिकांत जायसवाल,रजत शुभ्र दास,डॉ.हुस्न आरा,डॉ. अखिलेश कुमार,डॉ.मुकुंद कुमार,डॉ.मनोज कुमार सिंह, डॉ.हरिमोहन प्रसाद सिंह,डॉ. संजीव कुमार विद्यार्थी,डॉ. कुमारी सुषमा सरोज,डॉ. शहनाज आरा,डॉ.सुमन कुमार पोद्दार,डॉ.शाजिया प्रवीन, डॉ.अनिल शर्मा,डॉ.दुर्गा पटवा, डॉ.कुमारी शशि प्रभा,अजीत कुमार,सौरभ कुमार,मो.तबरेज आलम,रंधीर कुमार,कुमार शेखर,उपेन्द्र साह,मंजु कुमारी , आदि उपस्थित थे।