दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरदान है- इंजिनीयर सिन्हा
दिव्यांगता अभिशाप नहीं वरदान है- इंजिनीयर सिन्हा
जे टी न्यूज, करगहर(रोहतास): सफरों स्वयं सेवी संस्था का स्थापना दिवस स्थानीय शोभा कंपलेक्स रौजा रोड में रविवार को आयोजित हुआ। जिसमें सफरों द्वारा संचालित ललन सिंह नेत्रहीन आवासीय विद्यालय के दिव्यांग छात्रों को जिले के एडीएम संजय कुमार सिन्हा द्वारा माला एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। आगत अतिथि अवधूत भगवान राम महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विनोद कुमार सिंह,समाजसेवी मधु उपाध्याय,रत्ना सिंन्हा एवं अन्य का स्वागत जिला पार्षद संस्थाध्यक्ष रेशमा सिंह द्वारा अंगवस्त्र व पुष्पहार से किया गया। स्वागत भाषण संस्था के सचिव गोरखनाथ लाल धन्यवाद ज्ञापन संस्था के अध्यक्ष चिकित्सक डॉ आलोक तिवारी एवं संचालन संतोष कुमार ने किया। संस्था का वार्षिक रिपोर्ट संरक्षक इंजीनियर नवीन सिन्हा ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ एडीम संजय कुमार सिन्हा द्वारा फीता काटकर किया गया। उन्होंने कहा कि रामभद्राचार्य जैसा विद्वान इस देश में नहीं है। किसी के एक अंग दिव्यांग होने से वह व्यक्ति अभिशाप नहीं बल्कि वह वरदान होता है। नेत्रहीन बच्चो को समाज के मुख्य धारा में पुष्पित और पल्लवित करने के लिए सेफरो ने जो कदम उठाया है वह मिल का पत्थर साबित होगा। संस्था के सचिव गोरखनाथ लाल ने जो 20 वर्ष पहले नेत्रहीन आवासीय विद्यालय की स्थापना कर बीज बोया है वह निश्चित रूप से एक दिन वट वृक्ष साबित होगा। अवधूत भगवान राम महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सामाजिक ऋण को चुकता करने वाला व्यक्ति ही समाज में सदा जीवित रहता है।
दृष्टि बाधित बच्चियों को आवासीय विद्यालय में शिक्षा देना तथा दिव्यांग महिलाओं को बुनाई कटाई का प्रशिक्षण देने का कार्य प्रशंसनीय है। संस्था के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता बधाई के पात्र हैं। संस्था के अध्यक्ष जिला पार्षद रेशमा सिंह ने कहा कि रोहतास जिले की धरती पर यह पहला मौका है जो सेफरो संस्था ने दिव्यांग जनों का सम्मान समारोह आयोजित कर समाज में उन्हें बराबरी का सम्मान दिलाने का प्रयास किया है। सचिव गोरखनाथ लाल ने कहा कि 20 वर्षों से यह संस्था नेत्रहीन बच्चों के शैक्षणिक विकास के लिए अनवरत कार्य कर रही है। संरक्षक नवीन सिंन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन का अपेक्षित सहयोग इस संस्था को मिल रहा है। राज्य के समाज कल्याण द्वारा सहयोग प्राप्त होते ही संस्था का स्वर्णिम अध्याय शुरू हो जाएगा। समाजसेवी मधु उपाध्याय एवं रत्ना सिंन्हा ने सफरों के पिछले सभी कार्यक्रमों में उपस्थित होकर संस्था के साथ कदम से कदम मिला कर चला है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे हैं चिकित्सक डॉ आलोक कुमार तिवारी ने कहा कि नेत्रहीन बच्चों एवं दिव्यांग महिलाओं का प्रशिक्षण का कार्य रविवार को किया जायेगा।