*भाषण नहीं राशन चाहिए की सफलता के लिए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव, जिला सचिव, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव, सीटू जिला सचिव ने साथियों को दिया बधाई।*

*देश में लॉक डाउन के 4 सप्ताह गुजर जाने के बाद आज देश भुखमरी के कगार पर खड़ा है- प्रभुराज नारायण राव।*

*भाषण नहीं राशन चाहिए की सफलता के लिए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव, जिला सचिव, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव, सीटू जिला सचिव ने साथियों को दिया बधाई।*

*देश में लॉक डाउन के 4 सप्ताह गुजर जाने के बाद आज देश भुखमरी के कगार पर खड़ा है- प्रभुराज नारायण राव।*

पश्चिमी चंपारण::- देश में लॉक डाउन के 4 सप्ताह गुजर जाने के बाद आज देश भुखमरी के कगार पर खड़ा है । इस गंभीरता को देश के प्रधान समझना नहीं चाहते। बल्कि आज भी मोदी जी मुंह खोलते हैं, तो लोगों से कुछ मांगना हीं चाहते हैं।

जबकि मुंबई, दिल्ली, गुजरात आदि में लाखों, हजारों लोग भूख से छटपटा कर सड़कों पर निकल रहें हैं। राज्य सरकारों द्वारा उनके खाने की व्यवस्था भी की जा रही है।

लेकिन वह पर्याप्त नजर नहीं आती। लोगों की शिकायत है कि एक टाइम का खाना मिल रहा है। उसके लिए भी 6 बजे सुबह से लाइन में रहना पड़ रहा है।

सैकड़ों लोग पैदल चलते हुए मौत के शिकार हुए हैं। आज हीं महाराष्ट्र के ठाणे से छत्तीस गढ़ पैदल आ रही एक 12 साल की बच्ची भूख से मौत का शिकार बनी है।

केरल की वामपंथी सरकार पूरे देश ही नहीं वरन् दुनिया के सामने एक मिसाल के रुप में सामने है। जो सरकार कोरोना वायरस से मुकाबला के लिए बजट में 20 हजार करोड़ रुपए का विशेष प्रावधान कर सभी लोगों तक खाना, रहने और न्यूनतम आवश्यकताओं के लिए पैसे की व्यवस्था कर के इस महामारी पर काबू पाया है। जिस केरल का स्थान कोरोना के मामले में प्रथम स्थान पर था। आज वह नियंत्रण पा लिया है।

रबी की कटनी के इस दौर में किसान भारी संकट में हैं। गेहूं, दलहन, तेलहन एवं साग-सब्जी की कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। अगर मनरेगा मजदूरों को फसल कटाई में लगा दिया जाता, तो उनको भी काम तथा किसानों को भी लाभ मिलता।

बिहार के कई जिलों में आई भारी आंधी, वर्षा एवं ओलावृष्टि से किसानों के फसलों की भयंकर बर्बादी हुई है। जो फसल खड़ा था पत्थर पड़ने से उसके दाने टूटकर गिर चुके हैं। मक्का के पौधे भी टूटकर गिर गए हैं। आम, लीची, साग-सब्जी को भी भारी क्षति हुआ है।

ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री के भाषण से कुछ नहीं होने वाला है। अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, खेतिहर मजदूर यूनियन सहित अन्य संगठनों ने 21 अप्रैल को भाषण नहीं राशन, सबको भोजन की गारंटी, फसलों के क्षति का मुआवजा, किसानों को कर्ज से मुक्ति, मनरेगा मजदूरों को तीन महीने 5 – 5 हजार रुपए भत्ता, सभी प्रवासियों को सुरक्षा एवं भोजन, सबको अपने घर पहुंचाने की गारंटी आदि के लिए आज 10.30 बजे पूरे देश में 10 मिनट नारा बुलंद किया गया।

पश्चिम चम्पारण के बेतिया, नौतन, चनपटिया, बैरिया, मझौलिया, योगापट्टी आदि प्रखंडों में कार्यकर्म संपन्न किया गया।

इसकी सफलता के लिए बिहार राज्य किसान सभा के संयुक्त सचिव प्रभुराज नारायण राव, जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव, खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभूनाथ गुप्ता, सीटू जिला सचिव शंकर कुमार राव ने साथियों को बधाई दिया है।

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