वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ कर लोकतंत्र खत्म करना चाहती सरकार” – तेजस्वी यादव
वोटर लिस्ट से छेड़छाड़ कर लोकतंत्र खत्म करना चाहती सरकार” – तेजस्वी यादव
जे टी न्यूज, पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले वोटर लिस्ट के पूर्ण निरीक्षण को लेकर सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मंगलवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग, भाजपा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधे-सीधे गंभीर आरोप लगाए।तेजस्वी ने कहा कि चुनाव आयोग की कार्यशैली सवालों के घेरे में है। बार-बार आदेश बदलने से यह संदेह गहराता है कि यह अभियान किसी विशेष राजनीतिक दल के इशारे पर चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बिना किसी सर्वदलीय बैठक या तैयारी के इतनी बड़ी प्रक्रिया आखिर चुनाव से कुछ महीने पहले ही क्यों शुरू की गई?तेजस्वी यादव ने इस प्रक्रिया को गरीबों और अल्पसंख्यकों को मतदाता सूची से बाहर करने की साजिश करार दिया। उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए कहा,
“अगर यही वोटर लिस्ट फर्जी है, तो फिर इसी सूची से प्रधानमंत्री मोदी कैसे चुने गए?”मुख्य चुनाव आयुक्त को उन्होंने “मिस्टर इंडिया” बताते हुए कहा कि जब इतनी गंभीर प्रक्रिया चल रही है तो उन्हें सामने आकर जवाब देना चाहिए।
तेजस्वी यादव की पांच बड़ी मांगें:
1. चुनाव आयोग अपने सभी आदेश तत्काल रद्द करे।
2. 2003 की वोटर सूची के आधार पर चल रही प्रक्रिया को रोका जाए।
3. दस्तावेज मांगने का आदेश वापस लिया जाए।
4. सर्वदलीय बैठक बुलाकर पुनरीक्षण प्रक्रिया फिर से नियोजित हो।
5. पूरे मामले की न्यायिक या संसदीय जांच कराई जाए।
तेजस्वी यादव ने साफ शब्दों में कहा कि बिहार की जनता अपना वोट और हक छिनने नहीं देगी और लोकतंत्र को कमजोर करने की हर कोशिश का मुंहतोड़ जवाब देगी।
“वोटर लिस्ट से गरीबों और अल्पसंख्यकों का नाम हटाने की साजिश चल रही है, लोकतंत्र की हत्या करने की कोशिश की जा रही है।”
