आत्मनिर्भर भारत के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की दृष्टि विषय पर राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी

 


जेटी न्युज
मोतिहारीlपु०च०
महात्मा गाँधी केन्द्रीय विश्वविद्यालय और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को एक राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी का आयोजन किया गया। ‘आत्मनिर्भर भारत के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की दृष्टि’ विषय पर आयोजित इस वेब संगोष्ठी के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के अध्यक्ष प्रो. जे पी सिंघल रहे। उच्च शिक्षा संवर्ग, अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रो. प्रगनेश शाह बतौर विशिष्ट अतिथि मौजदू रहे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संजीव कुमार शर्मा ने इस राष्ट्रीय वेब संगोष्ठी की अध्यक्षता की। केविवि के वाणिज्य एवं प्रबंधन विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. पवनेश कुमार ने संगोष्ठी के संयोजक के दायित्व का निर्वहन किया।
बतौर मुख्य वक्ता प्रो. जे पी सिंघल ने अपने वक्तव्य में कहा कि आत्म निर्भर भारत से तात्पर्य है कि भारत पूरी तरह से अपने पैरों पर खड़ा होने वाला देश बने।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक वक्तव्य का जिक्र करते हुए प्रो. सिंघल ने कहा कि अगर राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का हम सफल क्रियान्वयन कर सकें तो निश्चित तौर से यह भारत को आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से आत्म निर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगा। जब हम ऐसे भारत की कल्पना करते हैं, संकल्प लेते हैं जो पूरी तरह से अपने आप पर निर्भर हो तो हमें अपने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम जी याद आते हैं जिन्होंने कहा था कि हमारी अर्थव्यवस्था ज्ञान आधारित होनी चाहिए और इस ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में ज्ञान आधारित समाज की रचना करनी है। अगर किसी शिक्षक के पास कोई विशिष्ट प्रतिभा है, विशिष्ट कौशल है या विशिष्ट विशेषज्ञता है तो नई शिक्षा नीति उसे प्रकटीकरण का अवसर प्रदान करती है।

इससे पूर्व कार्यक्रम के शुरुआत में प्रो. पवनेश कुमार ने केविवि और अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के साथ-साथ सभी वक्ताओं एवं अतिथियों का परिचय दिया और विषय प्रवर्तन किया। प्रबंधन विज्ञान विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. अल्का लल्हाल ने सभी वक्ताओं और संगोष्ठी में सहभागिता कर रहे शिक्षकों, शोधार्थियों, विद्यार्थियों एवं विशिष्ट जनों का स्वागत किया। इस अवसर पर केविवि के प्रो. सुधीर कुमार साहू, डॉ. सपना सुगंधा, डॉ. दिनेश व्यास, कमलेश कुमार, पीआरओ शेफालिका मिश्रा, सिस्टम एनालिस्ट दीपक दीनकर समेत बड़ी संख्या में शिक्षक, शोधार्थी, विद्यार्थी एवं देश के कई राज्यों से शिक्षाविद ऑनलाइन उपस्थित रहे।

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