सड़क पर भटकने को मजबूर हुए संगीत साधक – सत्यम शिवम सत्यम
जेटी न्यूज़
समस्तीपुर::- जिले के ताजपुर प्रखंड अंतर्गत माधोपुर दिघरुआ गांव के माली समाज के एक बेहद गरीब परिवार में जन्में पंडित विष्णुदेव भंडारी जिन्होंने अपनी गरीबी से जूझते हुए शास्त्रीय संगीत की तालीम हासिल की। इन्होंने कत्थक नृत्य की शिक्षा बिरजू महाराज के शिष्य कृष्णमोहन जी से प्राप्त की। तबला वादन में इन्होंने राज्य स्तर पर ख्याति प्राप्त की है। इनकी कला साधना के लिए इन्हें दांडेकर पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है।
परंतु वर्तमान समय में इनकी यह स्थिति है कि ये परिवार के लोगों द्वारा प्रताड़ित किए जाने पर विछुब्ध हो कर दर-दर भटकने को मजबूर हैं। वर्तमान में इन्हें मोतीपुर निवासी पूर्व मुखिया दिनेश शर्मा ने अपने मकान में रहने के लिए जगह दी है। संगीत साधक की ऐसी दुर्दशा को देखकर वर्तमान पीढ़ी चाह कर भी इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने से पहले सौ नहीं बल्कि हजार बार सोचेंगे। जहां सरकार एक ओर संगीत को एक विषय के रूप में शामिल कर शास्त्रीय संगीत की विरासत को बचाने में लगी हुई है वहीं दूसरी ओर इसके साधकों की ऐसी दशा चिंता का विषय बना हुआ है।