बाढ़ की विनाश लीला से बचाव सरकार की है जम्मेदारी

जेटी न्यूज
भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को पश्चिम चम्पारण जिला कमिटी के मंत्री प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि पश्चिम चंपारण में बाढ़ आम लोगों की जीवन लीला को लील जाने का एक बड़ा माध्यम है । यूं तो इससे सुरक्षा के लिए बिहार सरकार और पश्चिम चंपारण जिला आपदा विभाग हर साल पूरे कमर कसकर तैयार ने की घोषणा करती है । इस आपदा से मुकाबला के लिए हर दृष्टि से तत्पर और मजबूत अपने को बतलाती है । लेकिन जब बाढ़ का तांडव शुरू होता है । तो वह बिहार सरकार और पश्चिम चंपारण आपदा विभाग की सारी तैयारियों की कलाई को खोल देता है ।

दियारा के क्षेत्रों में रहने वाले लोग जहां जीवन को बचा पाना , मवेशियों की रक्षा करना तथा फसलों की बर्बादी एक बड़ा त्रासदी के रूप में सामने आती है । वहीं दूसरी तरफ चाहे वह गंडक नदी की उफनती धारा हो या कटाव का निर्मम लीला हो या सिकरहना नदी , पंडई नदी , मसान नदी का विकराल रूप जो पश्चिम चंपारण के गंडक नदी के उस पर के चारों प्रखंड , रामनगर , बगहा , नरकटियागंज , लौरिया , चनपटिया , सिकटा , मझौलिया , योगापट्टी , बैरिया , नौतन के भारी हिस्सा को नुकसान पहुंचाता है । जिस के गर्भ में दर्जनों लोग मौत के शिकार होते हैं। मवेशियों का कोई ठिकाना नहीं रहता और फसलों की बर्बादी अरबों में होती है । इस इलाके के लोगों का महीनों पानी के घेरे में रातों को गुजारने पड़ते हैं ।

लेकिन इतिहास बतलाता है कि जरुरतमंदो तक खाना पहुंचाने या डूबने से बचाने या मवेशियों के लिए चारा की व्यवस्था , सरकार के द्वारा भोजन की व्यवस्था से हमेशा ये वंचित रहते हैं । बाढ़ में घिरे लोगों को पानी से निकालकर ऊंचे स्थानों पर ले जाने में भी आपदा विभाग सफल नजर नहीं आता । इनके द्वारा बाढ़ के समय में चलाए जा रहे राहत व्यवस्था या भोजन की व्यवस्था अधिकांश लोगों को मयस्सर नहीं होता । इनके चूड़ा और गुड़ बाढ़ से गिरे हुए लोगों को जिनको जरूरत है । वहां तक नहीं पहुंचता । लेकिन उसके बाद भी बिहार सरकार और आपदा विभाग बाढ़ पीड़ितों की बचाव के प्रचार में कोई कमी नहीं रखती ।

इसलिए हम ह सरकार और पश्चिम चंपारण आपदा प्रबंधन से यह कहना चाहते हैं इस साल की बाढ़ की विभीषिका बहुत ही भयावह होगी और इसके पूर्व आभास की रोशनी में पूरी तैयारी के साथ लोगों को बचाने , उनके जान माल की सुरक्षा करने , उनके नुकसान हुए फसलों की मुआवजा , निचले स्थानों पर रह रहे लोगों को ऊंचे स्थानों पर लाकर उनके रखरखाव की व्यवस्था , खाने पीने की व्यवस्था के लिए सरकार को या आपदा विभाग को अभी से तैयार रहने की जरूरत है । साथ ही बाढ़ के चपेट में आने वाले लोगों को बचाने के लिए एन डी आर एफ कि 5 टीम सुरक्षा कवच के रूप में जिले में तैयार रहना चाहिए ।

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