बिहार के मधुबनी, सारण एवं दरभंगा के 600 वार्डों में शुरू भी नहीं हुई नल-जल योजना

जे टी न्यूज़, पटना :-

आप को सुन कर थोड़ा अटपटा लगेगा और हसी भी आ रही होगी की बिहार में ६०० ऐसे वार्ड है जहा अभी तक नल जल का काम शुरू भी नहीं हुआ है। लेकिन अब मुख्यमंत्री के जनता के दरबार कार्यक्रम का असर अब दिखने लगा है कि सुस्त चल रही योजनाओं को मिशन मोड में संचालित करने के आदेश दिए जा रहे हैं। यह पहल पंचायती राज विभाग से हुई है। विभाग के अपर मुख्य सचिव ने पंचायत राज पदाधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि नल जल और पक्की नाली गली योजना में कोई शिकायत न मिलने पाए। अमृत लाल मीणा ने पंचायत राज पदाधिकारियों की मासिक बैठक में कहा-जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में गली-नाली पक्कीकरण योजना की शिकायत अपेक्षाकृत अधिक प्राप्त हो रही हैं।

समीक्षा में यह तथ्य भी सामने आया कि मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना मधुबनी, सारण एवं दरभंगा जिले में अबतक पूरी नहीं हुई है। मधुबनी जिला के 31 वार्डों में तो अबतक काम शुरू भी नहीं हुआ है। सारण में 53 एवं दरभंगा के 49 वार्डों में काम शुरू नहीं हुआ है। पूरे राज्य में छह सौ वार्ड ऐसे हैं, जहां इस योजना की शुरुआत ही नहीं हुई है। कहा गया कि अगस्त में ही बचे हुए सभी काम पूरे कर लिए जाएं। उन बसावटों की पहचान का निर्देश दिया गया, जहां योजनाएं तो पूरी हो गई हैं, लेकिन सभी घरों में नल का जल नहीं पहुंचा है।

समीक्षा बैठक में अधिकारियों को कहा गया कि वे पेयजल आपूर्ति से संबंधित बिजली बिल का समय पर भुगतान कर दें। स्मार्ट मीटर लगाया जा रहा है। समय पर बिल जमा नहीं हुआ तो कनेक्शन काट दिया जाएगा। शिकायत यह भी है कि विभागीय पोर्टल पर पेयजल से संबंधित शिकायतें तो दर्ज होती हैं, मगर समय पर निदान नहीं किया जाता है। कुछ मामलों में शिकायत मिलने के 50 दिन बाद भी निदान नहीं किया गया। मीणा ने इस बात नाराजगी जताई कि साल भर बीत जाने के बाद भी कई पंचायतों में पंचायत सरकार भवन के लिए जमीन का चयन नहीं किया गया।

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