बगहा में झोलाछाप डॉक्टर ने ले ली एक मासूम की जान, क्लीनिक बंद कर हुआ फरार

जेटी न्यूज
विजय कुमार शर्मा

बगहा पश्चिमी चंपारण – झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल कसने के लिए सरकार दावा तो करती रही है लेकिन झोलाछाप डॉक्टर प्रेक्टिस करने से बाज नहीं आ रहे हैं गत दिनों बगहा अनुमंडल पदाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछाप डॉक्टर पर नकेल में बरती जा रही लापरवाही की कीमत एक मासूम को फिर जान देकर चुकानी पड़ी बगहा पुलिस जिला के लौकरिया थाना क्षेत्र हरनाटांड़ बाजार स्थित एक मासूम की इलाज के दौरान मौत हो गई जिस पर आक्रोशित परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर पर गलत इलाज का आरोप लगाया इसके बाद चिकित्सक द्वारा आपसी समझौते के बाद बच्ची की शव को घर ले जाकर परिजनों ने अंतिम संस्कार किया।

प्राप्त सूचना के अनुसार जीतपुर निवासी हिरालाल धांगड़ अपने 1 वर्षीय पुत्री को मामूली स्वास्थ्य खराब होने के बाद हरनाटांड़ स्थित एक निजी चिकित्सक के पास इलाज के लिए ले गया था। बताया जा रहा है कि जहां उपस्थित चिकित्सक के कर्मी द्वारा बच्ची को गलत इंजेक्शन लगाया गया. इसके बाद बच्चे के शरीर में अचानक ऐंठन तथा झाग निकलने लगा परिजन कुछ समझ पाते इसके पहले ही बच्ची की मौत हो गई.।यह देख परिजनों ने अपना आपा खोते हुए डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया. बच्ची की मां ने रोते बिलखते हुए बताया कि पिछले दिनों बुखार लगने पर होदा सेवा क्लिनिक में लेकर आई थी जिस पर डॉक्टर ने दवाई आदि देने के बाद पुनः गुरुवार को चेकअप के लिए बुलाया था. आज आई तो डॉक्टर के किसी सहकर्मी ने चेक करके बताया कि बुखार नहीं है मगर एक सुई लगानी पड़ेगी.यह कह कर उसने बच्ची को इंजेक्शन दिया जिसके बाद बच्ची के मुंह से झाग निकला और वह मर गई।

 विदित हो कि बीते हफ्ते बगहा एसडीएम दिपक कुमार मिश्रा के द्वारा छापेमारी की गई थी तथा संदिग्ध पाए जाने के बाद मुकदमा करने का भी आदेश दिया था। स्थानीय नवयुवक दीपक कुमार ने बताया कि छापेमारी के बाद से क्लिनिक का जगह बदल दिया गया था तथा पूर्व के भाँति ही मरीजों की इलाज की जा रही थी इसी दौरान गुरुवार के सुबह डॉक्टर के सहकर्मी के द्वारा इलाज के दौरान करीब 1 वर्षीय बच्ची को इंजेक्शन लगाई गई जिससे बच्चे की जान चली गई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रोते बिलखते परिजनों  व डॉक्टर के बीच कुछ बातचीत हुई परिजनों को डॉक्टर द्वारा कुछ अच्छी रकम दी गई, जिसके बाद परिजनों ने किसी कानूनी कार्रवाई से इनकार करते हुए डॉक्टर पर आरोप लगाने से मना कर दिया तथा मृत बच्ची को लेकर अपने घर चले गए। 

वही इस संबंध में स्थानीय लौकरिया थानाध्यक्ष राजकुमार ने कहा कि पीएचसी प्रभारी या परिवारजनों की तरफ से अगर कोई आवेदन  मिलेगा तो हम उस झोलाछाप डॉक्टर के विरूद्ध प्राथमिकी कर कार्रवाई करेंगे। वही इस संबंध में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ राजेश सिंह नीरज ने बताया कि इस तरह की कोई जानकारी मामले में नहीं आई है। अगर यह सत्य है तो अत्यंत निंदनीय है। थाना में आवेदन दे देने के पश्चात भी डॉक्टर का हौसला इतना बुलंद कैसे है कि धड़ल्ले से किलनिक चला रहा है।अगर परिजनों से किसी प्रकार की सूचना मिलती है तो पुनः थाना में आवेदन दिया जाएगा होदा सेवा क्लिनिक के डाक्टर के मोबाइल नम्बर बंद था।

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