अग्निशामक कर्मियों की जान खतरे में कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा,जिम्मेदार कौन?

अग्निशामक कर्मियों की जान खतरे में कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा,जिम्मेदार कौन?

जेटी न्यूज़

समस्तीपुर: जिले में जिला मुख्यालय स्थित यूरोपियन क्लब में चल रहे अग्निशामक कार्यालय सह अग्निशामक कर्मी बेरेक जर्जर होने के कारण किसी भी क्षण कोई न कोई बड़ा हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता । दूसरी ओर पूरा देश प्रधानमंत्री समेत अपने अपने राज्य के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग समस्तीपुर अग्निशामक बेरेक की स्थिति का जायजा लेने के लिए एक पल की छुट्टी नहीं होती है क्योंकि विभाग से कहीं न कहीं अवैध राशि मिलने की कोई उम्मीद नहीं होती है. प्रधानमंत्री द्वारा शौचालय के लिए विज्ञापन पर लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी अग्निशामक केंद्र में शौचालय का निर्माण नहीं होना कहीं ना कहीं प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।

 

अग्निशामक कर्मी द्वारा कई बार जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान आकर्षित किए जाने के बाद भी जिला प्रशासन के कान पर जूं नहीं देखना कहीं ना कहीं जिला प्रशासन पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगता हुआ नजर आता है. अग्निशामक यंत्र की स्थापना लगभग 32 साल पहले की गई थी परंतु कर्मियों के लिए शौचालय का कोई प्रबंध नहीं किया गया कर्मी अपने स्तर से किसी तरह शौचालय का निर्माण करा कर अपना नित्य क्रिया करते रहें । उल्लेखनीय है कि या शौचालय पुरा ध्वस्त हो चुका है जिसके कारण कर्मियों को तुरंत शुलभ शौचालय का सहारा लेना पड़ता है। जहां प्रतिदिन ₹5 से ₹10 देने पड़ते हैं. यही है समस्तीपुर का है अग्निशामक केंद्र कर्मियों की हालात

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