किसान आंदोलन के 2 साल पूरे होने पर मोदी सरकार के खिलाफ पटना में 26 नवंबर को राजभवन मार्च

किसान आंदोलन के 2 साल पूरे होने पर मोदी सरकार के खिलाफ पटना में 26 नवंबर को राजभवन मार्च
जे टी न्यूज़

बेतिया: बिहार राज्य किसान सभा के उपाध्यक्ष प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि दिल्ली बॉर्डर तथा पूरे देश में 26 नवंबर से 2 वर्ष पूर्व शुरू हुआ किसान आंदोलन एक ऐतिहासिक आंदोलन के रूप में पूरी दुनिया में सामने आया । 13 महीने तक चले संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में यह आंदोलन अहिंसा के मामले में भी एक अमिट छाप छोड़ गया । 750 किसानों का शहादत , 47 हजार से ज्यादा मुकदमे , केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे द्वारा लखीमपुर खीरी में 5 किसानों को गाड़ी से रौंद कर मार देना , किसानों की जमीन का कारपोरेटी करण करना और देश की सारी संपत्ति तथा जमीन अडानी और अंबानी के हाथों सौंप देने की राष्ट्र विरोधी मोदी सरकार की नीति के विरुद्ध एक अद्भुत आंदोलन बनकर सामने आया । इस आंदोलन को दबाने का मोदी सरकार और उनके गुर्गों द्वारा असफल प्रयास किया गया ।


दिल्ली के सभी बॉर्डर के सभी सड़कों पर 10 , 10 फीट चौड़ा सड़कों को बुलडोजर से तोड़कर नोकिलेदार छड़ो को सीमेंट और छरी लगाकर ढाल दिया गया । ताकि कोई भी गाड़ी दिल्ली के तरफ ना जा सके । चौबीसों घंटे पुलिस के पहरे होने लगे । लेकिन जब मोदी सरकार को इस बात का एहसास हो गया कि यह आंदोलन न केवल दिल्ली बॉर्डर पर है । बल्कि देश के हर राज्यों में , हर गांव में किसानों का एक मजबूत आंदोलन शुरू हो गया है । तब इस आंदोलन से भयभीत हो 19 नवंबर 2021 को आनन-फानन में किसान विरोधी तीनों काले कानून को वापस लेने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व से आग्रह किया कि आप आंदोलन समाप्त कर अपने अपने घर को जाए ।आपके बाकी जो मांगे हैं शीघ्र हम दोनों बैठकर उसको पूरा कर लेंगे ।लेकिन यह भी एक जुमला साबित हुआ । किसानों के साथ मोदी सरकार ने धोखा किया । नतीजा स्वरूप संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि हमारा आंदोलन स्थगित हुआ था । हमने आंदोलन समाप्त नहीं किया था और अब यह फिर शुरू हो गया , अब यह नहीं रुकेगा , यह जाएगा खेतों तक , कारखानों तक , पसीना रोपते हाथों तक । यह बो आएगा सुर्ख मिट्टी में अपना लहू और लिख डालेगा सुखी रोटियों पर इंकलाब को लाल सलाम ,इंकलाब जिंदाबाद*

Related Articles

Back to top button