सामूहिक प्रयास से प्रदूषण नियन्त्रण सम्भव – डा. राम संयोग राय

सामूहिक प्रयास से प्रदूषण नियन्त्रण सम्भव – डा. राम संयोग राय

जेटी न्यूज (प्रो अरुण कुमार)

मधुबनी।आज नागार्जुन उमेश संस्कृत महाविद्यालय, तरौनी, दरभंगा में राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण दिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों में प्रदूषण-नियन्त्रण के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस कार्यक्रम का विषयप्रवर्तन NSS नोडल पदाधिकारी वीर सनातन पूर्णेन्दु राय ने किया। उन्होंने कहा कि 2 दिसम्बर 1984 भोपाल गैस त्रासदी के कारण ही इस दिवस को मनाने का संकल्प लिया गया ताकि इतिहास में सबसे घातक औद्योगिक प्रदूषण आपदाओं फिर से न हो सके। इन्होंने प्रदूषण नियन्त्रण हेतु वृक्ष, जल, ध्वनि, वायु प्रदूषण से मुक्ति पर विशेष चर्चा की। महाविद्यालय के दर्शनाचार्य डा. छबिलाल न्यौपाने ने आधुनिक समस्याओं का समाधान श्रीमद्भगवद्गीता पर बल देते हुए कहा कि सभी समस्याओं का समाधान श्रीहरि के मुख से कही गयी गीता में निहित है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाचार्य डा. राम संयोग राय ने कहा – प्रदूषण नियन्त्रण के लिए आबादी सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने रघुवंश महाकाव्य से इस समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करते हुए कहा – सामूहिक जागरूकता व सामूहिक चेतना ही प्रदूषण नियन्त्रण की जरूरत है। डा. रेणु झा ने कहा कि हमारे मुख्य राजमार्ग पर प्रदूषण नियन्त्रण के लिए उन्नत स्तर के कनेर, अड़हुल आदि वृक्षों को लगाकर वायु में मिश्रित धूलकण को अवशोषित कर स्वच्छ वायु लिया जा सकता है। डा. नियति कुमारी ने कहा – प्रदूषण मानसिक रूप से जो शरीर में व्याप्त है उसको हटाने पर स्वयमेव वातावरण स्वच्छ हो जायेगा। शास्त्री प्रथमवर्ष की छात्रा अंज ने कहा – ध्वनि प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण D.J Sound का बढ़ता प्रकोप है। जो असमय युवाओं में हृदयाघात का मुख्य कारण है। इस अवसर पर छात्र रजनीश, गणेन, कार्तिक, पुष्पांजलि, तुलसी आदि ने भाग लिया।

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