छात्रों से गुलजार हुआ महाविद्यालय- प्रोफेसर यादव
छात्रों से गुलजार हुआ महाविद्यालय- प्रोफेसर यादव
जे टी न्यूज़, समस्तीपुर : बिहार सरकार के निर्देशानुसार एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के नियुक्ति आदेशानुसार समस्तीपुर कालेज, समस्तीपुर के स्नातकोत्तर रसायन शास्त्र विभाग के प्रोफेसर सह विभागाध्यक्ष डॉ. कुशेश्वर यादव ने अंगीभूत तथा संबद्ध महाविद्यालयों के इंस्पेक्शन आफिसर की हैसियत से दिनांक 05/12/2023 को दो महाविद्यालयों यथा के०एस०आर० कालेज, सरायरंजन एवं ए० एन० डी० कालेज, शाहपुर पटोरी का निरीक्षण किया। उक्त महाविद्यालयों ने अपने-अपने यहां उपलब्ध संसाधनों यथा क्लास रूम, बिजली, पानी इत्यादि की व्यवस्था, शौचालय सहित परिसर की स्वच्छता, खेल-कुद (इनडोर एवं आउट डोर) तथा पुस्तकालय आदि की समुचित व्यवस्था एवं सही संचालन के लिए प्रयत्नशील दिखे। महाविद्यालयों में छात्रों की गहमागहमी निश्चय ही बिहार के शिक्षण क्षेत्र में साकारात्मक बदलाव को प्रदर्शित करता है और इसका सारा श्रेय जाता है बिहार के शिक्षा विभाग को। शिक्षा विभाग का यह ईमानदार प्रयास निश्चित रूप से सराहनीय है। उनके इस प्रयास से बिहार की शिक्षण व्यवस्था पुनः पटरी पर आने लगी है। अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के वावजूद भी महाविद्यालयों में शिक्षकों की कमी है जिसकी भरपाई के लिए सरकार सतत् प्रयत्नशील दिख रही है। विज्ञान विषयों की पढ़ाई कला विषयों से विल्कूल ही भिन्न है क्योंकि विज्ञान का अध्ययन प्रायोगिक भाग पूरा किए बगैर अधूरा रह जाता है। प्रायः सभी महाविद्यालयों के प्रयोगशाला प्राथमिक आवश्यक सामग्री यथा केमिकल्स, रिएजेंट्स, छोटे-मोटे उपकरण जैसे बीकर, फनेल, टेस्ट-ट्यूब, टेस्-ट्यूब स्टैंड, ब्रश, फ्लास्क, वाश बोटल, चारकोल ब्लाक इत्यादि की कमी का रोना रोता है। सभी प्रयोगशालाएं बड़े-बड़े इक्विपमेंट एवं उपस्करों से भरे पड़े हैं। उक्त प्राथमिक आवश्यक सामानों की कमी प्रायोगिक वर्ग संचालन में बहुत बड़ा व्यवधान पैदा करता है। अतः सरकार एवं रुसा (RUSA) को उक्त समस्या के निदान हेतु ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि विज्ञान-शिक्षण भी पटरी पर समान गति से दौड़ सके।
Pallawi kumari