पूर्व मुखिया बैजनाथ पांडेय की निधन से गांव में शोक की लहर
पूर्व मुखिया बैजनाथ पांडेय की निधन से गांव में शोक की लहर
11:30 पर ली अंतिम सांस समाजसेवी व जन प्रतिनिधियों का लगा ताता
जे टी न्यूज, करगहर(रोहतास)रोहतास जिला स्थित करगहर पंचायत के पूर्व मुखिया बैजनाथ पांडेय की निधन से गांव में शोक की लहर दौड़ गई।लंबी बीमारी से जूझ रहे पूर्व मुखिया बैजनाथ पांडेय ने रविवार को दिन में ली 11 बजकर 30 पर अंतिम सांस। ज्ञात हो 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था। आजादी के बाद से क्षेत्र के दूसरा मुखिया थे। लगभग 1972 से लेकर 1977 व 2011 से लेकर 2016 तक स्वर्गीय बैजनाथ पांडेय मुखिया रहें।अपने शासनकाल में जो कार्य इन्होंने पंचायत की जनता के लिए किया।
वो आज के मुखियागण की बूते की बात नहीं है। इनके जैसा मुखिया न पहले कोई था न है न होगा। यह बात हम नहीं कह रहे हैं यह बात पंचायत की जनता कह रही है। क्योंकि जब यह मुखिया थे उस समय जंग बहादुर साह और इस्लाम मियां को थाना के दरोगा के द्वारा तबाह किया जा रहा था। परेशान किया जा रहा था। मारा पीटा जा रहा था। यह वही मुखिया है जो दरोगा पर नजर पडते ही पहाड़ की तरह टूट पड़े।
और इस्लाम मियां का जान बचाएं। इनके कारनामे से उस समय दरोगा के प्राण सूख गए थे।जो आज के मुखिया लोग में यह क्षमता नहीं है। साथ ही भक्ति भाव से ओत प्रोत विचार के धनी गुणवान एवं चरित्रवान व्यक्ति थे। भगवान शंकर के परम भक्त थे। जो 19772 से लेकर 2023 तक पूजा पाठ और भगवान शंकर का डोल रखना,गांव में प्रसाद वितरण करना,ब्राह्मणों को भोज कराना इनका परम कर्तव्य था।
गरीबों के मसीहा थे। गांव में किसी का कोई भी कार्य पड़ जाए तो अपना काम छोड़कर घर से पैसा लेकर आटा सातुवा पिसान के साथ उसकी मदद करते थे। व जब तक उसका कार्य पूरी अच्छी तरीके से संपन्न न हो जाए तब तक मुखिया (टस से मस) हिलते नहीं थे।
वही मृत्यु का खबर सुनते ही समाज सेवी युवा साथी और जनप्रतिनिधियों की ताता लग गई। साथ ही पूर्व प्रत्याशी महेंद्र प्रसाद गुप्ता इस दुख की घड़ी में उनके घर जाकर श्रद्धा सुमन व श्रद्धांजलि अर्पित किया और शव यात्रा में भाग लिया।
मौके पर पर विजय पांडेय महेंद्र प्रसाद गुप्ता राजू सेठ झारखंड पांडेय नंद जी अध्यक्ष शंभू सिंह के साथ बहुत सारे जनप्रतिनिधि समाजसेवी उनके शव यात्रा में भाग लिए।