होली
होली
होली
जे टी न्यूज
सौहार्द प्रेम स्नेह का बहे बसंती बयार आई होली,
इन्द्रधनुषी फागुनी फुआर बरसे देखो आई होली।
मन का कोरा कोरा पन्ना हुआ लाल आई होली,
गोरी के कपोल पे लगाओ गुलाल आई होली।
रोलीमय संध्या,ऊषा सुनहरी अम्बर भी रचे रंगोली,
पीत धरित्री प्रेमिल रश्मियाँ करती अठखेली आई होली।
जाफरानी खुशबू मखमली एहसास,साँसों में कस्तूरी घुली,
ढोल,मृदंग बज रहा मन मलंग हुआ आई प्यारी होली।
प्रेम बसंत की कलिका मुस्काए देखो आई होली,
सुप्त हिय में उमंग तरंग भर जाए देखो आई होली।
गुझिया पकवान में मिला दो नेह मिठास की गोली,
ईर्ष्या द्वेष मिटे,माथे पे लगा दो स्नेह की रोली आई होली।
बुराई पे अच्छाई का त्योहार होली रंगों की बौछार होली,
लाल पीला हरा गुलाबी प्रेम रंग से रँगा संसार आई होली,
टेसू पे छाया यौवन दुल्हन का करो मनुहार आई होली।
श्वेत वसन रंग दो,छेड़ दो मन का तार आई होली।।
स्वरचित
अनुपमा सिंह सोनी
पटना