कोरोना काल में देश के नाम पीएम मोदी का छठी बार संबोधन

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा क‍ि अनलॉक होने के बाद लापरवाही देखने को मिल रही है.

पीएम गरीब कल्‍याण योजना का विस्‍तार

80 करोड़ लोगों को नवम्बर तक मिलेगा मुफ्त राशन: पीएम मोदी

जेटी टाइम्स

*आर.के राय/ संजीव मिश्रा*

नई दिल्ली :कोरोना काल में देश के नाम छठी बार संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा क‍ि अनलॉक होने के बाद लापरवाही देखने को मिल रही है. हालांकि लॉकडाउन के दौरान भारत ने कोरोना के खिलाफ नियमों का पालन किया जिसके चलते हजारों जिंदगियां बचीं. कोरोना से लड़ते-लड़ते हम Unlock-2 में प्रवेश कर रहे हैं, हम इस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं, जहां सर्दी-खांसी बुखार न जाने क्या-क्या होता है. मामले बढ़ जाते हैं. मेरी प्रार्थना है कि अपना ध्यान रखें. कोरोना से होने वाली मृत्यु दर देखें तो भारत संभली हुई स्थिति में हैं. समय पर लिए हुए फैसलों ने लाखों लोगों का जीवन बचाया है.

संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता जरूरी
उन्‍होने कहा कि लेकिन अनलॉक-1 में लापरवाही बढ़ी. पहले हम दो गज की सामाजिक दूरी, हाथ धोने को लेकर सजग थे लेकिन इसमें शिथिलता देखी गई. आज हमेंं ज्यादा सतर्कता की जरूरत है. Lockdown में नियमों का पालन किया गया था. देश को फिर से उसी तरह की सतर्कता की जरूरत है विशेषकर कंटेनमेंट जोन में जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनको रोकना-टोकना समझाना होगा. देश के एक पीएम पर जुर्माना इसलिए लग गया क्योंकि वो बिना मास्क लगाए पहुंच गए थे. उसी तरह स्थानीय प्रशासन को चुस्ती दिखाना होगा. गांव का प्रधान हो या देश का पीएम, कोई भी नियमों से उपर नहीं है.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान गरीबों को हर किसी ने खाना खिलाया. समय पर फैसले लेने से संकट का मुकाबला संभव है. 20 करोड़ गरीबों के जनधन खाते में पैसे डाले. गांवों में रोजगार देने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. गांवों में रोजगार के लिए 50 हजार करोड़ खर्च कर रहे हैं. 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त मिला.

कोरोना काल में देश के नाम छठी बार संबोधन में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा क‍ि अनलॉक होने के बाद लापरवाही देखने को मिल रही है. हालांकि लॉकडाउन के दौरान भारत ने कोरोना के खिलाफ नियमों का पालन किया जिसके चलते हजारों जिंदगियां बचीं. कोरोना से लड़ते-लड़ते हम Unlock-2 में प्रवेश कर रहे हैं, हम इस मौसम में भी प्रवेश कर रहे हैं, जहां सर्दी-खांसी बुखार न जाने क्या-क्या होता है. मामले बढ़ जाते हैं. मेरी प्रार्थना है कि अपना ध्यान रखें. कोरोना से होने वाली मृत्यु दर देखें तो भारत संभली हुई स्थिति में हैं. समय पर लिए हुए फैसलों ने लाखों लोगों का जीवन बचाया है.

संक्रमण से बचने के लिए सतर्कता जरूरी
उन्‍होने कहा कि लेकिन अनलॉक-1 में लापरवाही बढ़ी. पहले हम दो गज की सामाजिक दूरी, हाथ धोने को लेकर सजग थे लेकिन इसमें शिथिलता देखी गई. आज हमेंं ज्यादा सतर्कता की जरूरत है. Lockdown में नियमों का पालन किया गया था. देश को फिर से उसी तरह की सतर्कता की जरूरत है विशेषकर कंटेनमेंट जोन में जो लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनको रोकना-टोकना समझाना होगा. देश के एक पीएम पर जुर्माना इसलिए लग गया क्योंकि वो बिना मास्क लगाए पहुंच गए थे. उसी तरह स्थानीय प्रशासन को चुस्ती दिखाना होगा. गांव का प्रधान हो या देश का पीएम, कोई भी नियमों से उपर नहीं है.

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान गरीबों को हर किसी ने खाना खिलाया. समय पर फैसले लेने से संकट का मुकाबला संभव है. 20 करोड़ गरीबों के जनधन खाते में पैसे डाले. गांवों में रोजगार देने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं. गांवों में रोजगार के लिए 50 हजार करोड़ खर्च कर रहे हैं. 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त मिला.

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