पीएचसी में कुव्यवस्था देख विधायक भौचक,बीडीओ सीओ ने भी गिनाए कमियां

जेटी न्यूज

कोटवा,(पूर्वी चंपारण ):कोटवा पीएचसी के निरीक्षण के दौरान अस्पताल की बदहाली देख भौचक राह गए विधायक मनोज कुमार यादव।उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में भी कोटवा पीएचसी के हालात में कोई सुधार नही हुआ।गनीमत रहा कि प्रखंड में कोरोना स्थिति सामान्य ही रही। अन्यथा स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता था।इस दौरान उपस्थित बीडीओ और सीओ भी पीएचसी की स्थिति से नाखुश ही दिखे। निरीक्षण के दौर के बाते सामने आई।कहने को तो पीएचसी है लेकिन सुविधायें सबसे निचले स्तर के अस्पताल की भी नही है। 10 में से फिलहाल चार डॉक्टर ही कार्यरत हैं वह भी रोटेशन के तहत आते हैं।

बाकी को अन्य जगह प्रतिनियोजित कर दिये जाने का मामला सामने आया। एनएमई प्रभार में हैं जो अपने मन से आते हैं। बीएचएम और बीसीएम है ही नही। महज 11 एएनएम ही पदस्थापित हैं। गत डेढ़ माह से हेड क्लर्क नही आ रहे हैं। आधा दर्जन के करीब जीएनएम की आवश्यकता है। दवा की भी भारी कमी है। स्थिति यह है कि यहां सभी सिस्टम ध्वस्त हो चुका है। कोई देखने वाला नहीं है। स्वास्थ्य कर्मी अपने मन के अनुसार आते और चले जाते हैं। निरीक्षण के दौरान बीडीओ सीमा कुमारी ने बताया कि रिपोर्ट के लिये 12 बजे तक बैठना पड़ता है तब कोई कर्मी आता है या खुद बिना रिपोर्ट के वापस जाना पड़ता है। सीओ इन्द्रासन साह ने बताया कि सेनेटाइजेसन के लिये अग्निशामक की गाड़ी मंगाई गई है लेकिन पीएचसी में दवा देने के लिये कोई मौजूद नहीं रहता जिससे कई कई दिनों तक वाहन खड़ा रह जा रहा है। निरीक्षण के दौरान विधायक मनोज कुमार यादव भी क्षुब्ध हो गए। उन्होंने बताया कि यहां कोई सिस्टम ही नहीं है। यह अस्पताल नही बूचड़खाना की तरह लग रहा है। सब अपने आप चल रहा है। उन्होंने तुरंत ही डीएम और सीएस से बात कर सुधार लाने की बात कही। उपस्थित कर्मियों से अस्पताल में संसाधनों की कमी को जान कर उपलब्ध कराने का आश्वासन भी दिया।

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