जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में महिला बीड़ी कामगारों के साथ एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन

जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में महिला बीड़ी कामगारों के साथ एक दिवसीय संवाद कार्यक्रम का आयोजन


संवाददाता जे टी न्यूज़, समस्तीपुर

तलाश नये अवसर की , जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र, अख्तियारपुर और पैरवी, नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में अख्तियारपुर गाँव में सरायरंजन प्रखंड के अख्तियारपुर, किसनपुर यूसुफ, खालिसपुर, नरघोघी और गंगसारा गाँव के महिला बीड़ी कामगारों के साथ एक दिवसीय संवाद का आयोजन किया गया। विगत दिनों इन गाँव के बीड़ी कामगार 100 परिवारों का जवाहर ज्योति बाल विकास केन्द्र के साथियों के द्वारा शोध-अध्ययन किया गया था। कुल 100 परिवारों के सर्वेक्षण/अध्ययन के बाद यह महसूस किया गया कि उनके बेहतर जीवनयापन और बीड़ी बनाने से होनेवाली खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए वैकल्पिक रोजगार के अवसर की तलाश करना चाहिए। जिससे इन परिवारों की आमदनी में वृद्धि भी हो सके और नियमित जीविकोपार्जन का साधन भी उपलब्ध हो पाये।

इन सर्वेक्षित 100 बीड़ी मजदूरों को केन्द्र में रखते हुए पैरवी के कार्यक्रम प्रबंधक दीनबंधु वत्स नें संबोधित करते हुए कहा कि ई-श्रमिक कार्ड बनाने का सलाह दिया। चेतना सामाजिक संस्था के अध्यक्ष डाॅ. मिथिलेश कुमार नें वैकल्पिक रोजगार के अवसर तलाशने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए इस समूह के साथ नियमित संवाद परम्परा कायम करने पर बल दिया। गंगसारा पंचायत के पूर्व पंचायत समिति सदस्य संजीव कुमार नें कुटीर और लघु उद्योग पर प्रकाश डाला। सामाजिक कार्यकर्ता बलराम चौरसिया नें बताया कि जरूरतमंद परिवारों के साथ लगातार जन संवाद और एडवोकेसी करते हुए बीड़ी बनाने वालों के लिए वैकल्पिक रोजगार के अवसर तलाशने में उन परिवारों की सहायता करेंगे और उनका नेटवर्क बनायेंगे। आजीविका परियोजना की साथी विभा कुमारी और अंजू कुमारी नें कहा कि महिला बीड़ी कामगारों को जीविका के तर्ज पर नया संगठन की जरूरत है। क्राई, कोलकाता समर्थित परियोजना की कंसल्टेंट काजल राज नें कहा कि कोरोना महामारी नें हमारे समुदाय का जीविकोपार्जन छीना है। हमें संगठित होकर प्रयत्न करने की आवश्यकता है। सामाजिक कार्यकर्ता ललिता कुमारी नें कहा कि बीड़ी बनाने वालों के स्वास्थ्य की समस्या हमेशा बनी रहती है।

सामाजिक कार्यकर्ता किरण कुमारी, अर्चना कुमारी नें कहा कि जीविकोपार्जन के वैकल्पिक रोजगार के अवसर तलाशने पर बल देना होगा। शिक्षा सुपरवाइजर दिनेश प्रसाद चौरसिया नें बताया कि बच्चों के सुरक्षा और संरक्षण के लिए भी आवश्यक है कि हम इस खतरनाक काम से निजात पायें। संवाद कार्यक्रम का संचालन असंगठित खेतिहर मजदूर पंचायत के संयोजक रविन्द्र पासवान तथा अध्यक्षता संस्था की कोषाध्यक्ष वीणा कुमारी नें किया। पैरवी के सहयोग से इस काम को बढ़ाते हुए संस्था के सचिव सुरेन्द्र कुमार नें कहा कि महिला बीड़ी कामगारों का गठबंधन बनाने, उनका सहकारी समिति बनाने तथा फेडरेशन के गठन की प्रक्रिया के बारे में बताया। धन्यवाद ज्ञापन अंजू कुमारी नें किया।

Related Articles

Back to top button